Monday, November 25, 2024
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Greater Noida : किसान 18 जुलाई से फिर से प्राधिकरण के खिलाफ खोलेंगे मोर्चा 

किसानों के साथ हुए समझौते का उल्लंघन कर प्राधिकरण ने किया अपने चरित्र के अनुरूप कार्य : रुपेश वर्मा 

युद्धस्तर पर शुरू की आंदोलन की तैयारी 

प्राधिकरण और सरकार द्वारा लिखित समझौते से मुकरने पर किसानों में फैला आक्रोश 

ग्रेटर नोएडा। 18 जुलाई को किसान सभा के प्राधिकरण के विरुद्ध आंदोलन की घोषणा के अगले ही दिन से घोड़ी गांव में महापंचायत की गई।  इस महापंचायत में सैकड़ों महिला पुरुषों ने हिस्सा लिया। पंचायत गांव के शिव मंदिर पर आयोजित की गई। पंचायत की अध्यक्षता गोपाल रावल ने की तथा संचालन घोड़ी गांव कमेटी के अध्यक्ष निशांत रावल ने किया। 

पंचायत को संबोधित करते हुए डॉ. रुपेश वर्मा ने अवगत कराया कि किसानों के साथ हुए समझौते का उल्लंघन कर प्राधिकरण ने अपने चरित्र के अनुरूप कार्य किया है। स्थानीय सांसद ने प्राधिकरण और सरकार की ओर से आश्वस्त किया था कि हम लिखित समझौते का पालन करवाएंगे परंतु सरकार और प्राधिकरण ने सांसद की साख की भी कोई परवाह नहीं की है। किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि हमें इस बात की पूरी आशंका थी कि सरकार अपने वादे से मुकर सकती है। इसलिए हमने आंदोलन खत्म नहीं किया था केवल स्थगित किया था, हमें अपने संगठन पर अपने किसान भाइयों पर पूरा यकीन है इसलिए 18 जुलाई को फिर से हजारों की संख्या में किसान प्राधिकरण के विरुद्ध हल्ला बोलेंगे। 

मोहित भाटी जुनपत ने संबोधित करते हुए कहा कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट और ग्रेटर नोएडा ईस्ट लिए महिला एवं पुरुषों की प्रचार हेतु दो टीमें बना दी गई हैं जो युद्ध स्तर पर प्रचार में जुट गई हैं विपक्षी पार्टियों के नेताओं एवं किसान संगठनों से सहयोग और समर्थन के लिए बातचीत चल रही है सभी किसान संगठन और विपक्षी पार्टियां किसानों के मोर्चे में जुड़ने को तैयार हैं। 

अमित भाटी पाली ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारा आंदोलन 61 दिन तक लगातार रात दिन चला यह पहला ऐसा आंदोलन था जिसमें गिरफ्तारी होने के बाद भी किसान नहीं डरे और सात जून को फिर से धरना स्थल पर कब्जा कर बैठ गए पुलिस की लाख दमन उत्पीड़न और कानून के दुरुपयोग के बावजूद किसान जरा भी नहीं हटे मजबूरन सरकार को किसानों से बात करनी पड़ी और लिखित समझौता भी करना पड़ा लिखित समझौते से मुकरने पर सरकार की साख घटी है प्राधिकरण की साख तो पहले से ही खत्म थी जो जनप्रतिनिधि समझौते में मध्यस्थ थे उनके सामने चुनौती है कि वे लिखित समझौते को लागू कराएं अन्यथा उनकी साख भी धूमिल हो जाएगी जहां तक किसान सभा और किसानों के आंदोलन का सवाल है तो वह और मजबूत स्थिति में आ गया है सरकार और प्राधिकरण द्वारा लिखित समझौते से मुकदमे से किसानों में जबरदस्त आक्रोश है और किसान हजारों की संख्या में प्राधिकरण के विरुद्ध आंदोलन करने को तैयार हैं किसान सभा के नेता अजय चौधरी एडवोकेट ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि सभी वकील किसान आंदोलन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं पुलिस के दमन उत्पीड़न का माकूल जवाब दिया जाएगा। 

पंचायत को सुधीर रावल राजकुमार शर्मा अजय शर्मा मनोज राजपूत रतनपाल राकेश आकाश रावल भोजराज सिंह रावल लक्ष्मण रावल जगबीर रावल भूप सिंह अशोक जगदीश मनोज हिरदेश शर्मा ने पंचायत को संबोधित किया। शांति देवी मुनेश विमलेश राजवती संतरा सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष किसान पंचायत में उपस्थित रहे। पंचायत में प्रभात फेरी निकालकर 18 तारीख के लिए जबरदस्त तैयारी करते हुए अकेले घोड़ी गांव से 500 से भी अधिक संख्या में किसानों को आंदोलन में शामिल करने का टारगेट रखा गया है।

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