दिल्ली के अटल ऊर्जा भवन में सहारा रिफंड पोर्टल को लांच कर गृह और सहकारिता मंत्री ने निवेशकों में पैसा मिलने की जगाई उम्मीद, आंदोलनकारियों ने निभाई है इस माहौल के बनने में बड़ी भूमिका
चरण सिंह राजपूत
नई दिल्ली। गृह मंत्री और सहकारिता मंत्रालय देख रहे अमित शाह ने देश की राजधानी दिल्ली में अटल ऊर्जा भवन में सहारा रिफंड पोर्टल को लांच कर दिया। इस अवसर पर अमित शाह ने सहारा ग्रुप को कटघरे में खड़ा करते हुए इसे सोसायटियों का घोटाला करार दिया। उन्होंने कहा निवेशकों की गाढ़ी कमाई का जो पैसा सहारा में जमा है। उसकी चिंता सरकार को है। यही वजह रही कि हमने सुप्रीम कोर्ट से सेबी के पास जमा सहारा के पैसे में से 5000 करोड़ रूपए रिलीज कराने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी ऐतिहासिक फैसला लेते हुए लेते हुए सीआरसी के लिए सेबी को 5000 करोड़ रुपए रिलीज करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा की सरकार की सबसे अधिक चिंता उन निवेशकों की है बहुत गरीब हैं और उन्होंने अपनी बचत का बड़ा हिस्सा सहारा में जमा कर दिया था। उन्होंने कहा कि फ़िलहाल 10000 रुपए प्रति निवेशक मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल की कैपेसिटी एक करोड़ निवेशकों की है। सहारा में जमा प्रत्येक निवेशक को उसका पैसा वापस मिलेगा।
अमित शाह ने सुधा और अमूल ग्रुप की तारीफ करते हुए कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में ये ग्रुप इतिहास रच रहे हैं। सहारा में फंसे निवेशकों के पैसे के मामले को अमित शाह ने सोसायटियों का घोटाला करार दिया।
अमित शाह ने यह भी कहा सहारा मामले में सीबीआई, ईडी से लेकर सुप्रीम कोर्ट भी सक्रिय रहा है पर छूटे निवेशकों की चिंता हर कोई कर रहा है। निवेशकों का पैसा मरने नहीं दिया जाएगा।
ऐसे में प्रश्न उठता है कि यदि सहारा में घोटाला हुआ है तो फिर सुब्रत रॉय की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है ? या फिर यदि 3 लाख करोड़ से अधिक पैसा सहारा पर निवेशकों का बताया जा रहा है तो फिर सहरा की सम्पत्ति बेचकर निवेशकों का पैसा क्यों नहीं दिया जा रहा है ?
इसमें में नहीं दो राय नहीं कि ऑल इंडिया संघर्ष न्याय मोर्चा, ठगी पीड़ित परिवार, रंग दे बसंती, अखिल भारतीय जन कल्याण मंच से जुड़े आंदोलनकारियों ने इस माहौल के बनने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।