Bibek Debroy Article : पीएम मोदी के आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन बिबेक देबरॉय के लेख को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने प्रतिक्रिया दी है, उन्होने ट्वीट कर पीएम मोदी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
Bibek Debroy Article Row: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन बिबेक देबरॉय ने अपने एक लेख में देश को नया संविधान दिए जाने की बात कही है। जिस पर अब राजनीति काफी गरमा गई है, जहां एक ओर जेडीयू और आरजेडी ने लेख को लेकर बीजेपी को अपने निशाने पर लिया, वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मोदी सरकार से बड़ी मांग कर दी है
दरअसल, बिबेक देबरॉय ने एक अखबार के लिए अपना लेख लिखा था, जिसमें उन्होंने मौजूदा संविधान को पुराना बताते हुए एक नया संविधान बनाए जाने पर जोर दिया था। जिसे लेकर अब मायावती की प्रतिक्रिया सामने आई है । उन्होंने ट्विटर पर लिखते हुए इस पर पीएम नरेंद्र मोदी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है । उन्होंने ट्वीट कर लिखा देश में नए संविधान की वकालत करने पर केंद्र सरकार को बिबेक देबरॉय पर कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे की भविष्य में कोई ऐसी बात नहीं कर सके.
बिबेक देबरॉय पर मायावती की प्रतिक्रिया
मायावती ने अपने अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि ‘देश का संविधान इसकी 140 करोड़ गरीब, पिछड़ी व उपेक्षित जनता के लिए मानवतावादी और समतामूलक होने की गारण्टी है, जो स्वार्थी, संकीर्ण, जातिवादी तत्वों को पसंद नहीं और वे इसको जनविरोधी व धन्नासेठ-समर्थक के रूप में बदलने की बात करते हैं, जिसका विरोध करना सबकी जिम्मेदारी है.’
जेडीयू ने साधा बीजेपी पर निशाना
फिलहाल संविधान पर लिखे बिबेक देबरॉय के लेख को लेकर जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल ने बीजेपी पर निशाना साधा है. JDU के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन के अनुसार बिबेक देबरॉय अक्सर उन मुद्दों पर बात करते हैं, जिनके विषय में उन्हें कोई जानकारी नहीं होती है. उनका कहना है कि बिबेक देबरॉय के लेख ने बीजेपी और RSS की नफरत भरी सोच को सभी के सामने ला दिया है ।