दिल्ली दर्पण ब्यूरो
नई दिल्ली। 5वें अंकित-जुनैद सामाजिक समरसता पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए है। दरअसल यह खुदाई खिदमतगार की एक पहल है जो उन दो कॉलेज/विश्वविद्यालय नामांकित छात्रों को मान्यता देती है जो शांति और सांप्रदायिक सद्भाव के लिए काम कर रहे हैं। पुरस्कारों की संख्या दो है।
इतिहास:
अंकित-जुनैद सामाजिक सद्भाव फैलोशिप और पुरस्कार सितंबर 2018 में हाफ़िज़ जुनैद और अंकित सक्सेना की याद में शुरू किया गया था। वे दोनों सांप्रदायिकता के शिकार हैं क्योंकि जुनैद को ईद से ठीक दो दिन पहले एक अनियंत्रित भीड़ ने ट्रेन में बेरहमी से मार डाला था और अंकित की दिल्ली में एक अलग समुदाय की लड़की से प्यार करने के कारण हत्या कर दी गई थी।
उद्देश्य:
इस पुरस्कार का उद्देश्य युवाओं के बीच सांप्रदायिक सद्भाव के बीज को विकसित करना है जो भविष्य में मुख्यधारा का हिस्सा बनेंगे। जैसा कि हम सभी जानते हैं, युवा ही समाज के पथ प्रदर्शक हैं, इसलिए बेहतर समाज के लिए भाईचारे, भाईचारे और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, हमें समाज में शांति निर्माण के रचनात्मक और नवीन तरीकों को विकसित करने की आवश्यकता है जो समुदायों के बीच दूरियों को कम करने में मदद करेंगे। इसलिए इस फेलोशिप का उद्देश्य समाज में भाईचारा और एकता लाना भी है।
पात्रता:
कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्र जो शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं। समाज के कमजोर वर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों से संबंधित छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है। लेकिन हम स्व-नामांकन को प्रतिबंधित करते हैं।
प्रक्रिया एवं राशि :
नामांकन हमारी जूरी की कड़ी जांच से गुजरेंगे जो शांति और सद्भाव के क्षेत्र के विशेषज्ञों से बना है। पुरस्कार में स्मृति चिह्न, प्रमाणपत्र और रुपये शामिल हैं।