Delhi News: मच्छरों को देखते हुए दिल्ली के सभी 250 वार्डों में फॉगिंग की शुरुआत मंगलवार से हो रही है। इस काम के लिए एमसीडी एक हजार से ज्यादा फॉगिंग मशीनों का इस्तेमाल कर रही है
राजधानी दिल्ली में हो रही बारिश और जलजमाव के कारण मच्छरों के बढ़ते प्रकोप और उनसे होने वाली बीमारियों के खतरे को देखते हुए दिल्ली नगर निगम (MCD) ने बड़े पैमाने पर मच्छररोधी अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत आज से दिल्ली भर के सभी 250 वार्डों में फॉगिंग की शुरुआत कर रही है। इस काम के लिए MCD हजार से ज्यादा फॉगिंग मशीनों की सहायता ले रही है। इसके अलावा हर दिन लगभग डेढ़ लाख स्थानों पर लार्वा की भी जांच की जा रही है। जिस भी घर मे लार्वा मिल रहा है, उन्हें नोटिस भेज कर चालान भी किया जा रहा है।
हजार से ज्यादा फॉगिंग मशीनों का फॉगिंग में होगा इस्तेमाल
मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने कल सिविक सेंटर में जन स्वास्थ्य विभाग के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम डेंगू-मलेरिया-चिकनगुनिया मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को दिल्ली के सभी वार्डों में मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर तत्काल फॉगिंग शुरू करने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने एमसीडी के पास उपलब्ध सभी हजार से ज्यादा फॉगिंग मशीनों का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए ताकि इस मच्छर रोधी अभियान को सफल बनाया जा सके।
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने निर्देश देते हुए कहा कि सभी जोन में प्रमुखता के साथ हॉट स्पॉट चिन्हित किए जाएं, जहां पर ब्रीडिंग होती है. निगम के 3 हजार से ज़्यादा डीबीसी कर्मचारी और 2 हजार फ़ील्ड वर्कर मिशन मोड में घर- घर जाकर मच्छर की प्रजनन जांच एवं उसे नष्ट करे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि MCD 311 ऐप पर मच्छरों के प्रजनन से संबंधित जो भी शिकायतें दर्ज होती हैं, उनका प्राथमिकता के आधार पर निवारण किया जाए।
उन्होंने कहा कि मच्छर प्रजनन की जांच के लिए मलेरिया इंस्पेक्टर, डीबीसी कर्मचारी, फील्ड वर्कर व जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रतिदिन 1 लाख से अधिक स्थानों का निरीक्षण किया जा रहा है। दिल्ली में रुक-रुक कर बारिश होने के कारण के कारण मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। इस वर्ष बीमारियों को रोकना चुनौतीपूर्ण कार्य है लेकिन दिल्ली नगर निगम इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
वहीं उन्होंने सभी क्षेत्रों में वार्ड-स्तरीय विशेष अभियान और जागरूकता अभियान को तेज कर दिया है। सभी 12 जोन में घर-घर से कचरा संग्रहण करते समय ऑटो टिपर के माध्यम से जागरूकता संदेश/ऑडियो चलाकर संभावित प्रजनन स्थलों और मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण के उपायों के बारे में बताया जा रहा है।