Delhi News: दिल्लीवासियों को जल्दी ही चार ऐसी परियोजनाओं का तोहफा मिलने जा रहा है, जिनकी शुरुआत के बाद राजधानी के यातायात में वाहनों का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा। इसके बाद न केवल दिल्ली के लोगों के लिए यातायात सुगम हो जाएगा, बल्कि वे पहले की तुलना में उपलब्ध यात्रा विकल्प के माध्यम से जल्दी अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। इनमें सबसे पहले रैपिड रेल की सौगात दिल्ली वालों को मिलने वाली है। उसके बाद दो एक्सप्रेसवे की चरणबद्ध तरीके से शुरुआत की जाएगी। चौथी सौगात के रूप में एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाईन की शुरुआत होगी. यह द्वारका स्थित IICC को सीथे IGI एयरपोर्ट से जोड़ेगी।
साहिबाबाद से दुहाई तक आरआरटीएस जल्द पकड़ेगी रफ्तार
सबसे पहले दिल्लीवासियों को जो तोहफा मिलने जा रहा है वह है। दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर का साहिबाबाद से दुहाई सेक्शन, जो पूरी तरह से बन कर तैयार हो चुका है। बीते अगस्त महीने में ही इसकी शुरुआत होनी थी, लेकिन G20 और अन्य व्यस्तताओं के कारण पीएम मोदी से समय नहीं मिल पाने के कारण इसकी शुरुआत विलंबित हो गई। अब जल्दी ही 17 किलोमीटर लंबे इस सेक्शन यानी दुहाई, गुलधर, गाजियाबाद, नया बस अड्डा और साहिबाबाद और दुहाई तक रैपिड मेट्रो रेल से सफल कर पाएंगे. इस सेक्शन पर यात्री तेज रैपिड रेल की यात्रा की सुविधा का लाभ ले पाएंगे और काफी कम समय मे अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
अब यहां से एयरपोर्ट पहुंचना होगा आसान
परियोजनाओं की फेहरिस्त में दूसरा नाम है, दक्षिणी दिल्ली से शुरू होकर पश्चिमी दिल्ली के रास्ते सिंधु बॉर्डर तक जाने वाली 74 किलोमीटर लंबी अर्बन एक्सटेशन रोड। इसका काम भी काफी हद तक पूरा हो चुका है। इसे चरणबद्ध तरीके से यातायात के लिए खोले जाने की योजना है। बताया जा रहा है कि इसे अगले महीने के अंत तक राष्ट्र को समर्पित करने की तैयारी चल रही है. शुरुआत में इसके करीब 40 किलोमीटर लंबे हिस्से को खोला जाएगा, जिसके जरिए रोहतक रोड की तरफ से आने वाले वाहनों का पश्चिमी बाहरी दिल्ली के रास्ते एयरपोर्ट तक पहुंचना आसान हो जाएगा। यह पूरी परियोजना दिसंबर 2024 तक पूरी होगी।
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए बनाया जा रहे 60 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले कनेक्टर का एक हिस्सा बनकर तैयार हो चुका है। यह फरीदाबाद से वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के बीच ग्रीन फील्ड है. इससे फरीदाबाद के रास्ते दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर जाने में आसानी होगी। कुल 60 किलोमीटर की लंबाई वाला यह कनेक्टर एक्सप्रेसवे का ही हिस्सा है। यह कनेक्टर वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के लूप से शुरू होगा, जो फरीदाबाद, बल्लभगढ़ होते हुए यमुना कैनाल के रास्ते दिल्ली में सरिता विहार होते हुए आश्रम के पास गोल चक्कर पार्क तक आकर मिलेगा. इस पूरे परियोजना को मार्च 2024 तक पूरा कर लिए जाने की संभावना है।
द्वारका स्थित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेशन एंड एक्सपी सेंटर (IICC) को जोड़ने के लिए एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (AEL) का विस्तार किया गया है. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) एयरपोर्ट को सीधे IICC से जोड़ने के लिए किये जा रहे इस एक्सटेंशन का काम लगभग पूरा हो चुका है। AEL के दो किलोमीटर एक्सटेंशन के बाद AEL की कुल लंबाई 24.7 किलोमीटर हो जाएगी. इसकी शुरुआत के बाद नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से सीधे IICC तक पहुंचा जा सकेगा। इसके अलावा, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (अक्षरधाम से खेकड़ा तक) और द्वारका एसक्प्रेसवे दोनों ही परियोजनाओं के फरवरी 2024 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। इन सभी परियोजनाओं की शुरुआत के बाद यात्रियों को काफी फायदा होगा. साथ ही दिल्ली शहर के अंदर यातायात का दबाव भी काफी हद तक कम हो जाएगा।
इन परियोजनाओं से ये होंगे फायदे:
यूपी हरियाणा, राजस्थान की तरफ जाने वाले वाहन, सीधे सेंट्रल दिल्ली से निकलकर एक्सप्रेस-वे और कनेक्टर के रास्ते सीधे दिल्ली से बाहर निकल सकेंगे।
देहरादून जाने के लिए नई दिल्ली इलाके से अक्षरधाम, विकास मार्ग और सिग्नेचर ब्रिज के रास्ते सीधे दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे पहुंच सकेंगे।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के रास्ते बाहर जाने वाले आश्रम और डीएनडी के बीच स्थित गोल चक्कर पार्क से कनेक्टर रोड के जरिए राजस्थान की ओर जा सकेंगे।