ओमप्रकाश राजभर को पार्टी में लेने, दारा सिंह का घोसी उप चुनाव में टिकट देने में नहीं लिया गया योगी का राय मशवरा, अब आवारा गोवंश मामले में बृजभूषण शरण सिंह ने खोला योगी के खिलाफ मोर्चा
चरण सिंह राजपूत
नई दिल्ली। भले ही आज की तारीख में पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की बीजेपी में तूती बोल रही हो पर आने वाला समय इन दोनों महारथियों के लिए इतना आसान नहीं है। दरअसल मोदी के बाद बीजेपी में पीएम पद के लिए घमासान होने वाला है। यदि 2024 में बीजेपी की सरकार बनती है तो दो साल में मोदी को बदलकर दूसरे किसी नेता को पीएम बनाया जाना है, क्योंकि मोदी की उम्र 75 साल होने जा रही है। ऐसे में पीएम मोदी तो गृह मंत्री अमित शाह को अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहते हैं पर आरएसएस की पसंद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। आरएसएस ही नहीं बीजेपी के अधिकतर समर्थकों की पसंद भी योगी आदित्यनाथ ही हैं।
यही वजह है कि अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ को घेरने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। जहां एक ओर योगी आदित्यनाथ की जमकर आलोचना करने वाले ओमप्रकाश राजभर को गृह अमित शाह ने बीजेपी की सदस्यता दिला दी वहीं ओम प्रकाश राजभर के कहने पर दारा सिंह चौहान को घोसी उप चुनाव में टिकट दे दिया था। खबर यह है कि इन दोनों निर्णयों में योगी आदित्यनाथ की कोई सलाह न लेने की बात भी सामने आई थी। उत्तर प्रदेश में घोसी उप चुनाव हारने का कारण भी यही बताया जा रहा है।
अब केसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने आवारा गोवंश को लेकर नाम लिए बिना योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है। बृजभूषण शरण सिंह अमित शाह लॉबी में माने जाते हैं। यही वजह रही कि जब अंतरराष्ट्रीय पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाया तो अमित शाह ने बृजभूषण का बचाव किया पर जब बृजभूषण शरण सिंह अयोध्या में संतों की रैली करना चाहते थे तो योगी सरकार ने उन्हें अनुमति नहीं दी। अब बृजभूषण शरण का योगी के खिलाफ मोर्चा खोलने के पीछे अमित शाह का हाथ बताया जा रहा है।
दरअसल अमित शाह चाहते हैं कि इन लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सीटें गत लोकसभा चुनाव से कम जीतें। इससे योगी आदित्यनाथ की फजीहत होगी, जिसका सीधा असर केंद्र पर पड़ेगा। योगी आदित्यनथ पीएम पद पर दावा नहीं ठोक पाएंगे। ऐसे में आरएसएस भी योगी की कोई मदद नहीं कर पाएगा। उधर योगी भी यह मैसेज देने में लगे हैं कि अमित शाह की मनमानी की वजह से उत्तर प्रदेश का चुनावी माहौल ख़राब हो रहा है। घोसी उप चुनाव में हार का ठीकरा भी अमित शाह के सिर फोड़ा गया है।