दिल्ली दर्पण ब्यूरो – दिल्ली में मासूम बच्चियों के साथ न तो दरिंदगी की घटनाएं कम हो रही है और ना ही ऐसी घटनाओं के बाद पुलिस की नियत और काबिलियत पर उठाने वाले सवाल ही कम हो रहे है। नार्थ दिल्ली के स्वरूप नगर थाना क्षेत्र में हुयी बच्चे की हत्या और कथित रेप मामले में भी पुलिस पर ऐसे ही आरोप लग रहे है। स्वरूप नगर में 9 साल की एक मासूम बच्ची को मकान मालिक ने ही उसके घर से उठाया और उसका रेप करने के बाद उसकी हत्या कर दी और उसके शव को नहर में फेंक दिया। इस घटना के 9 दिन बीत जाने के बाद जैसे ही पता लगा बच्ची के परिजन और स्थानीय लोगों का गुस्सा फुट पड़ा और उन्होंने हाईवे तक जाम कर दिया। परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस समय रहते हरकत में आ जाती तो शायद बच्ची ज़िंदा होती।
घटना बीते 12 दिसम्बर की है। दोपहर से ही बच्ची लापता थी। घर वालों ने सब जगह तलाश किया लेकिन वह नहीं मिली। बच्ची की तलाश करते करते जब वे थक गए तो उन्होंने 13 दिसम्बर को पुलिस को इसकी सूचना दी। 14 दिसम्बर को पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो उसमें पता लगा की बच्ची 12 दिंसबर की दोपहर को आरोपी मकान मालिक 50 वर्षीय संदीप राणा की गाडी में बैठी थी। पुलिस जब आरोपी तक पहुंची तो पता लगा कि 15 दिसम्बर को उसका एक्सीडेंट हो गया है और वह आईसीयू में एडमिट है। यानी वह पूछताछ करने और बयान देने की स्थिति में नहीं है। 17 दिसम्बर को वह बयान देने के लिए फिट हुआ तो उसने पुलिस के सामने यह कबूल किया कि उसने बच्ची का किडनेप कर बच्ची की ह्त्या कर दी है और शव को मुनक नहर में फेंक दिया है।
आरोपी द्वारा जुर्म कबूल करने के बाद अब पुलिस बच्ची की लाश तलाशने में जुट गयी है। बच्ची की तलाश के लिए जहाँ 5 गोताखोरों को लगाया गया है वहीँ खेड़ा गावं और आस पास से बच्ची की ह्त्या से जुड़े सबूत जुटाने में भी जुटी है। स्वरूप नगर थाना पुलिस ने धारा 364 , 302, 201 आईपीसी और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज़ कर आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है लेकिन परिजन पुलिस की करवाई से संतुष्ट नहीं है। परिजनों का आरोप है की पुलिस उन पर चुप रहने का दबाव बना रही है।
सवाल है कि पुलिस को 13 दिसम्बर को ही शिकायत मिली गयी थी तो उसने एक दिन बाद सीसीटीवी कैमरे खो खंगाले ? कमेरे में आरोपी मकान मालिक बच्ची को अपनी गाडी में ले जाता हुआ नजर आ रहा था तो उसने उसे तुरंत क्यों गिरफ्तार नहीं किया। हालांकि पुलिस का कहना है की आरोपी ने उन्हें गुमराह किया और अगले दिन संयोग से उसका एक्सीडेंट हो गया और वह बयान देने की स्थिति में नहीं दिया। आरोप यह भी है की सब कुछ जानते हुए भी पुलिस ने मर्तक बच्ची के परिजनों को आधिकारिक रूप से 19 दिसम्बर तक भी यह नहीं बताया कि उनकी बच्ची के साथ हुआ क्या है। बच्ची एमसीडी स्कूल में पड़ती है और उसके माता पिता दोनों मजूरी करते है। जबकि आरोपी मकान मालिक उनसे अलग इलाके में रहता है।
खबर लिखे जाने तक बच्ची का शव नहीं मिला है। सवाल यह भी उठाये जा रहे है की बच्ची के साथ रेप और उसकी ह्त्या करने के बाद उसके शव को नहर में फेंकने में किसी और ने भी सहयोग किया है। हालांकि पुलिस की कई टीमें इन तमाम पहलुओं की जांच कर रही है।
Swroop Nagar minor raped and killed | 9 साल की बच्ची की रेप के बाद ह्त्या ,पुलिस करवाई से क्यों संतुष्ट नहीं पीड़ित परिवार ?
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