दिल्ली दर्पण, राजनीति
नई दिल्ली, 19 जुलाई 2024। दिल्लीवालों की केंद्र सरकार से मांग है कि वह जो इन्कम टैक्स के रूप में 2 लाख करोड़ रुपए देते हैं, उसमें से 10 हजार करोड़ रुपए मिलने चाहिए। यह रकम केंद्र के बजट का मात्र 0.25% है। वहीं यह रकम दिल्लीवालों के इनकम टेक्स का मात्र 5% है। केंद्र दिल्ली द्वारा दिए गए पैसे का बाकी हिस्सा देश में सड़कें और अस्पताल जैसे कामों पर खर्च करे लेकिन दिल्ली को भी उनके हक का पैसा दिया जाये।
केंद्रीय बजट से पहले केजरीवाल सरकार केंद्र के सामने रखी डिमांड रखी है। दिल्ली सरकार में वित्त मंत्री आतिशी ने राष्ट्रीय राजधानी के विकास के लिए केंद्र सरकार से 10 हजार करोड़ रुपये की मांग की है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को चालू वित्त वर्ष का पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं। इस बजट पर पूरे देश की निगाह है। आम आदमी हो या उद्योगपति हर कोई इस उम्मीद में है कि उसकी झोली में क्या आ रहा है।
दिल्ली से केंद्र सरकार को 2 लाख करोड़ रुपये का टैक्स मिलता है लेकिन उसके बदले में दिल्ली को कुछ नहीं मिलता है। आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि दिल्ली से 25,000 रुपये करोड़ गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स l कलेक्शन होता है।
आप नेता ने कहा कि दिल्लीवालों की केंद्र सरकार से मांग है कि दो लाख करोड़ दिए हुए टैक्स में से 10 हजार करोड़ रुपये दिल्ली को मिलने चाहिए। यह केंद्र सरकार के पूरे बजट का मात्र 0.25 प्रतिशत है। दिल्ली के लोगों ने पिछले वर्ष टैक्स के रूप में 35 हजार करोड़ रुपए दिए। इस पैसे को अरविंद केजरीवाल जी की सरकार ने दिल्लीवालों पर खर्च किया।
बजट आने से पहले दिल्ली सरकार की डिमांड, केंद्रीय बजट से मांगे 10 हजार करोड़
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