Highlights
– सैकड़ो की मात्रा में पहुंचे लोग, गाजीपुर और शाहबाद डेयरी के लोग भी शामिल
– स्वतंत्रता दिवस पर क्यों छीना जा रहा घर : भलस्वा के लोग
दिल्ली दर्पण टीवी, नई दिल्ली
डिमोलिशन के लिए एमसीडी का बुलडोजर आज सुबह भलस्वा डेयरी पहुंच गया। वही आज लोगों की एकता के आगे सरकार का बुलडोजर भी बेबस हो गया। अभी के लिए बुलडोजर रोक दिया गया है लेकिन प्रश्न यह है कि इन लोगों का यह संघर्ष कब खत्म होगा। हैरानी की बात यह भी है कि जब 16 अगस्त तक कोर्ट के द्वारा भलस्वा के लोगों को समय दे दिया गया था, फिर अचानक आज सुबह बुलडोजर क्यों?
बुलडोजर के साथ-साथ प्रशासन और पुलिस ने भलस्वा में बैरिकेटिंग भी कर दी।वही अपने घरों को तोड़ने से रोकने के लिए वहां सैकड़ो में लोग एकत्रित हुए। भलस्वा डेयरी के लोग ही नहीं बल्कि शाहबाद डेयरी और वजीरपुर डेयरी से भी आकर लोगों ने एकता दिखाई। स्थानीय सांसद योगेंद्र चंदोलिया, विधायक अजेश यादव, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव और किसान यूनियन के लोगों ने भी वहां पहुंचकर भलस्वा के लोगों का साथ दिया।
भलस्वा के लोगों ने कहा कि वे सरकार के खिलाफ नहीं है लेकिन अपना घर नहीं टूटने दे सकते। लोगों में रोष की भावना थी, जिसके साथ उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी 50 साल की पूंजी को मिट्टी में मिलाकर, ये डेयरियां तोड़कर बड़ी-बड़ी दूध की कंपनियों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं।
वही देवेंद्र यादव और दूसरे जनप्रतिनिधियों ने लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि वे उनके साथ खड़े हैं। देवेंद्र यादव ने बताया कि यह मामला शांतिपूर्वक रूप से सुलझाना होगा। वहीं उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले की एसएलपी दायर कर दी है।
अभी के लिए तो भलस्वा डेयरी के लोगों की एकता देखकर बुलडोजर रूक गया लेकिन न जाने कब यह बुलडोजर फिर उनके दरवाजे पर दस्तक दे दे। एक सवाल यह भी उठता है कि 16 तारीख तक समय के बावजूद आज भलस्वा के दरवाजे पर बुलडोजर खड़ा है। क्या इसमें प्रशासन की कमी है या वकीलों की।
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