नई दिल्ली। Delhi assembly के दो दिवसीय सत्र में आज हंगामा हुआ। भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता, अभय वर्मा, जितेंद्र महाजन समेत सभी विपक्षी विधायकों को सदन से मार्शल आउट किया गया। नेता प्रतिपक्ष और सभी भाजपा विधायक Delhi assembly अध्यक्ष कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद भाजपा विधायक सदन में आए। सत्ता पक्ष ने मार्शलों को नोकरी से हटाये जाने को लेकर LG पर निशाना साधा तो BJP ने सीएजी रिपोर्ट रखने की मांग की।
AAP विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि साल 2023 में भाजपा के LG द्वारा पहले बस मार्शलों का वेतन रोका गयाए और फिर एक झटके में उपराज्यपाल ने हजारों बस मार्शलों को नौकरी से निकाल दिया। दिल्ली के बस मार्शलों को अरविंद केजरीवाल ने डीटीसी बसों में माताओं-बहनों की सुरक्षा के लिए तैनात किया। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया भी। इसके बादए कोरोना काल में इन्हीं मार्शलों ने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की सेवा की।
वहीं, भाजपा विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने Delhi assembly कहा कि मार्शल को पक्का करने की योजना सरकार ने क्यों नहीं बनाई। मार्शल को भर्ती करते समय उनकी जांच क्यों नहीं की। पीछे कई वीडियो आए जो गलत व्यवहार को दिखाते थे। एलजी ने होम गार्ड की भर्ती के लिए वेकेंसी निकाली है। अगर सरकार उनके पक्ष में है तो प्रस्ताव लेकर आना चाहिए।
AAP विधायक मदन लाल ने कहा कि दिल्ली में सिविल डिफेंस कर्मी की भर्ती से पहले आधिकारियों ने उनकी जांच की थी। आज तक किसी भी सिविल डिफेंस कर्मी को लेकर कोई शिकायत नहीं मिली। भाजपा के विधायक उनपर सवाल उठा कर उनके चरित्र पर सवाल उठा रहे हैं।
नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने Delhi assembly कहा कि दिल्ली के 10 हजार बस मार्शल की भर्ती के दौरान उनके सपने को तोड़ा गया। मैं प्रस्ताव पेश कर रहा हूं। जिन्हें लगाया गया था। उन सभी को फिर से वापस लाएगा जाए। मार्शल को पता लगना चाहिए की किस ने उन्हें हटाया है। हमारे पांच बार के विधायक ने एक महिला के दर्द को रखा तो आप उस पर राजनीति करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 11 अक्तूबर 2023 को पत्र लिखा कि सभी सिविल डिफेंस कर्मी की सेवा अक्टूबर के बाद से खत्म होगी।
BJP का पलटवार Delhi assembly
AAP सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने Delhi assembly कहा कि दिल्ली के 10 हजार मार्शल की हालत काफी खराब हैं। कुछ ने आत्महत्या करने की कोशिश की। बस में अक्सर देखा गया है की लड़कियों के साथ गलत व्यवहार होता है। इसी कारण इन्हें बस में मार्शल के तौर पर लगाया है। अधिकारियों ने इस योजना को बनाया। एलजी ने इस स्कीम में कमी तलाशने की जिम्मेदारी तय की गई। अधिकारी ने इनकी फाइल पर लिखा कि इनकी जरूरत नहीं है। इस पर मंत्री ने आपत्ति जाहिर की। बाद में इनका वेतन रोक दिया गया। जनवरी से वेतन नहीं मिला। फरवरी में इस पर सवाल उठाया और वेतन देने को कहा गया। केजरीवाल ने कहा कि इन्हें फिर से बहाल किया जाए।
उन्होंने कहा कि इस सदन से बस मार्शल को फिर से बहाल करने का प्रस्ताव रखा गया था। संकल्प पास हो चुका है। अगले सप्ताह हमारे मुख्यमंत्री और मंत्री भाजपा विधायक के साथ एलजी के पास जाएंगे। वो जो भी कहेंगे हम लिख देंगे। भाजपा के विधायक बता दें कि वो कब चलना चाहते हैं। जब तक एलजी उसे पास नही करेंगे हम वहां से आएंगे ही नहीं।
सदन में AAP विधायक अखिलेश त्रिपाठी ने Delhi assembly कहा कि दिल्ली में सीवर जाम की समस्या के पीछे एलजी जिम्मेदार है। सिविल डिफेंस की नौकरी जाने के पीछे भी वहीं जिम्मेदार है। हमारे गृह मंत्री ने आग्रह किया कि इन सिविल डिफेंस के कर्मचारियों को होम गार्ड के तौर पर भर्ती कर दीजिए। लेकिन इन्होंने ऐसा काम नही किया।
जगदीश पंवार दिल्ली दर्पण