Delhi. डॉक्टर्स ने एक 15 साल की लड़की की ब्रेस्ट में 6 सेंटीमीटर का ट्यूमर डिटेक्ट किया. जिसके बाद डॉक्टर्स ने तुरंत इसका ऑपरेशन करने का फैसला किया . पर यह ऑपरेशन इतना आसान नहीं था. डॉक्टर्स के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि ब्रेस्ट से ट्यूमर निकालने के पुराने तरीके से सर्जरी करने पर शरीर के उस हिस्से के बिगड़ने का खतरा था. साथ ही सर्जरी के बाद ब्रेस्ट का आकार भी ख़राब हो सकता था.
सारी चीज़े देखने के बाद डॉक्टर्स ने रोबोटिक सर्जरी करने का फैसला किया . सर्जरी के दौरान ट्यूमर निकालने के बाद ट्यूमर की जगह बगल से फैट लेकर ब्रेस्ट बना दिया ताकि उम्र के साथ ब्रेस्ट ग्रो कर सके .
डॉक्टर ने बताया कि राहत वाली बात यह थी कि यह ट्यूमर कैंसर वाला नहीं था , लेकिन अगर इसका इलाज समय रहते नहीं किया जाता तो यह सिस्टोसाक्रोमा फिलोडेस में बदल जाता जो बेहद खतरनाक होता है. यह इतना ज़्यादा खतरनाक होता है कि धीरे- धीरे शरीर के सारे अंगो में फ़ैल जाता है. साथ ही डॉक्टर्स ने कहा कि इसके प्रति जागरूकता बहुत ज़रूरी है, ताकि समय रहते इसका इलाज करवाया जाए . वरना देरी से नुक्सान हो सकता है.
अंशु ठाकुर , दिल्ली दर्पण टीवी