अंशु ठाकुर, दिल्ली दर्पण टीवी
साउथ के स्टार अल्लू अर्जुन इन दिनों अपनी फिल्म पुष्पा 2 का सक्सेस एन्जॉय ही कर रहे थे कि अब उनके ऊपर एक बड़ी मुसीबत आ पड़ी. पुष्पा 2 की स्क्रीनिंग के दौरान हुए भगदड़ में हुई महिला की मौत के बाद अल्लू अर्जुन की मुसीबत लगातार बढ़ती जा रही है. अल्लू अर्जुन की जिस तरह से गिरफ्तारी हुई वो काफी चौकाने वाला था. शुक्रवार की दोपहर अल्लू अर्जुन को उनके ही घर से गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें निचली अदालत में पेश किया जहाँ उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
अल्लू अर्जुन को जिस तरह से जल्दी बाज़ी में जेल भेजा गया वो काफी आश्चर्यजनक था. यह सब कुछ इतनी जल्दी में हुआ जिसे देख के लग रहा था कि कोई है जो अल्लू अर्जुन से अपनी दुश्मनी निकाल रहे है. उन्होंने पुलिस से प्रीमियर के लिए अनुमति ली थी. फिर उनके साथ ये क्यों हुआ? ये सवाल गंभीर है. हालाँकि अल्लू अर्जुन ने मृतक महिला के परिवार को 25 लाख रुपए का मुआवज़ा देने का भी ऐलान किया. इस मामले में पुलिस ने थिएटर के मैनेजर को भी गिरफ्तार किया था क्यूंकि भीड़ को नियंत्रित करने की साड़ी ज़िम्मेदारी इनकी होती है. इसके बावजूद अल्लू अर्जुन को उनके घर से गिरफ्तार किया गया.
अल्लू अर्जुन को जेल में रात न गुजारनी पड़े, इसके लिए उनकी टीम ने खूब कोशिशें कीं. न्यायिक हिरासत के तुरंत बाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. आनन-फानन में अंतरिम जमानत भी मिल गई. बावजूद इसके अल्लू अर्जुन को एक रात यानी शुक्रवार की रात जेल में बितानी पड़ गई. वहीं, भगदड़ में जान गंवाने वाली महिला के पति ने शुक्रवार को कहा कि फिल्म के अभिनेता अल्लू अर्जुन की इसमें कोई गलती नहीं है. वह इस हादसे के लिए अभिनेता को जिम्मेदार नहीं मानते. महिला के पति भास्कर ने कहा कि वह इस घटना के संबंध में दर्ज कराया गया अपना मामला ‘वापस लेने के लिए तैयार’ हैं.
अल्लू अर्जुन की ज़मानत
अल्लू अर्जुन पूरी रात जेल में बिताने के बाद 14 दिसंबर को सुबह रिहा हो गए. सुबह करीब 6.40 पर उन्हें हैदराबाद की चंचलागुडा जेल से बाहर लाया गया. जिन्हें रिसीव करने अल्लू अर्जुन के पिता अल्लू अरविंद तो आए ही साथ ही हज़ारों की संख्या में उनके फैन्स भी पहुंचे. 13 दिसंबर को तेलंगाना हाई कोर्ट ने अल्लू अर्जुन को अंतरिम ज़मानत दी. मगर देर रात ज़मानत के कागज़ जेल अधिकारियों तक पहुंचे. इस वजह से उन्हें पूरी रात जेल में बिताना पड़ा.