Nancy kumari , Delhi darpan Tv
वाराणसी के मुस्लिम बहुल्य मदनपुरा इलाके में एक बंद मंदिर मिलने की खबर से मंगलवार को विवाद खड़ा हो गया। गोल चबूतरा के पास स्थित इस जगह पर भारी भीड़ जमा हो गई। महिलाओं ने यहां पहुंचकर शंखनाद कर हर हर महादेव के जाप भी किया जिससे मुस्लिम दल के लोगो ने आवाज़ उठायी और माहौल और तनावपूर्ण हो गया। इसके बाद पुलिस से भी स्थिति नियंत्रण न होने पर पुलिस को विरोध के बाद हस्तक्षेप करना पड़ा। सुबह से ही मंदिर के आस पास मीडिया का जमावड़ा लगने लगा था
वाराणसी पूरा मामला
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह मंदिर पिछले 70-75 सालों से बंद था। बताया जा रहा है कि यह जगह दशकों पहले एक बंगाली परिवार के स्वामित्व में थी, जिसने इसे एक मुस्लिम व्यापारी को बेच दिया था। वर्तमान में इस स्थान पर साड़ी का गद्दा है और कुछ लोग यहां निवास करते हैं।
मंगलवार को सनातन रक्षा दल के अध्यक्ष अजय शर्मा की अगुवाई में महिलाएं यहां पहुंचीं और शंखनाद कर हर हर महादेव का चाप किया। इससे माहौल गरमा गया और स्थानीय लोगों ने इसका कड़ा विरोध किया। अक्सर ऐसा देखा जाता है की मदिरो को लेके हिन्दू मुस्लिम के संवाद सामने आते रहते है और कई ऐसे किस्से होते जिनमे कई मजिदो को मंदिर होने का दावा किया जाता है इसी प्रकार से वाराणसी में भी इस मामले को लेके पुलिस हिन्दू मुस्लिम विवाद होने से कतरा रही है
वाराणसी केस पर पुलिस का बयान
पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और भरी संख्या में लगी भीड़ को हटाया और पूरी पुलिस फाॅर्स तैनात की अधिकारियों ने दुकानें बंद करा दीं और भारी पुलिसबल तैनात कर दिया। पुलिस के अनुसार, मंदिर की जमीन के स्वामित्व और कानूनी स्थिति की जांच की जा रही है। “अगर यह स्थान सार्वजनिक संपत्ति है और मंदिर घोषित होता है, तो पूजा-अर्चना की अनुमति दी जाएगी। किसी भी निजी कब्जे को हटाने का प्रयास किया जाएगा ये सभी कार्यवाही कानून के और जमीन के स्वामित्व के समीक्ष रह कर की जाएगी मामले की घंभीरता को समझते हुए यह फैसला लिया गया है
ऐसी स्तिथि में अकसर कई लोगो को अपनी जान भगदड़ या धार्मिक विवाद , में गवानी पड़ जाती है और भारत में एक और आंदोलन का विषय बन जाता है हिन्दू मुस्लिम के मंदिर पर हो रहे विवाद को लेकर सरकार भी ज्यादा स्तिथि नियंत्रण नहीं कर पाती और मामला अक्सर हाथ से निकल कई लोगो को घायल कर जाता है