अंशु ठाकुर , दिल्ली दर्पण टीवी
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेता आत्ममंथन कर रहे हैं. दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में वरिष्ठ नेता गोपाल राय दो बार पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चुके हैं, तो वहीं पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल विपश्यना के लिए पंजाब में हैं. पार्टी के दूसरे नंबर के नेता मनीष सिसोदिया राजस्थान स्थित विपश्यना ध्यान शिविर से लौट आए हैं. ऐसे में पार्टी की आगे की रणनीति पर सबकी नजरें टिकी हुई है.
दरअसल, इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव होना है तो पार्टी के प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पार्टी दूर रहेगी. जबकि पार्टी की नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने पहले की तरह गुजरात और गोवा में संगठन को मजबूत करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब के बाद पार्टी को गुजरात और गोवा में सफलता मिली है. आतिशी बीते 10 मार्च को गोवा के दौरे पर थीं, वहां कार्यकर्ताओं से हुई बातचीत के बाद जब दिल्ली लौटी तो उन्होंने स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से दूर रहेगी, मगर पार्टी पहले की तरह वर्ष 2027 में होने वाले गोवा और गुजरात चुनाव अपने दम पर लड़ेंगी.

आतिशी ने यह भी स्पष्ट किया कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस या अन्य किसी भी विपक्षी दलों से पार्टी गठबंधन नहीं करेगी. आम आदमी पार्टी का कहना है कि वर्ष 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के दो विधायक चुनाव जीते थे और वह आज तक पार्टी के साथ बने हुए हैं. जबकि कांग्रेस ने 11 सीटें जीती, लेकिन उसके बाद 8 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. इंडिया गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि गोवा और गुजरात विधानसभा चुनाव में वो अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस समेत अन्य किसी भी दल से आम आदमी पार्टी गठबंधन नहीं करेगी.
दिल्ली में लगातार 10 वर्षों तक सत्ता में रही आम आदमी पार्टी अब विपक्ष की भूमिका में है, वहीं पंजाब में पूर्ण बहुमत की सरकार है. इन दोनों राज्यों के बाद अभी तक आम आदमी पार्टी का गुजरात में प्रदर्शन बेहतर रहा है. दिसंबर 2022 में गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 14 फीसद वोट मिला था, तब से आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग द्वारा प्रमाणित राष्ट्रीय पार्टी बन गई है. आम आदमी पार्टी के 5 विधायक गुजरात और 2 विधायक गोवा में हैं. इसके बाद अब पार्टी अभी से ही पूरे दम-खम से इन दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारियों में जुट गई है.