जहां रोजाना इसी तरह ये गऊमाता सड़को पर भटकटी रहती हैं, कभी कूड़े के ढ़ेर में भोजन तलाशती है, तो कभी यूंही सड़क के बीच में खड़े होकर इनकी मीटिंग शुरु हो जाती है… हालांकि ये हाल केवल अशोक विहार का ही नहीं है बल्कि पूरी नॉर्थ दिल्ली में आप जिस इलाके में चले जाएँ — लोग लावारिस या आवारा पशुओं के इधर उधर भटकते रहने से परेशान हैं। हमने आवारा भटकते इन गौवंशों पर सड़क पर इन गऊ माता से परेशान कुछ लोगों से बात की.. लोगों का कहना था कि उन्हें सड़क से गुजरने में रोज गऊमाता की वजहों से परेशानियों का सामना करना पड़ता है…
यहां सवाल ये बनता है कि गौवंश की रक्षा करने की प्रतिज्ञा लेने वाले लोग आखिर कहां हैं… क्यों इस ओर उनका ध्यान क्यों नहीं जाता… आखिर कब तक ये बेचारे गौवंश अनजाने में ही लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं…