दिल्ली में जिस प्रकार से चोरी घटनाएं हो रही हैं उस से साफ है कि चोरों के दिमाग में ये खयाल भी खत्म हो चुका है कि पुलिस कुछ करेगी। क्योंकि घरों में लूट हो वाहन चोरी जेब कतरी या छीन झपट सभी तरह के क्षेत्रों में अपराध पूरी तेजी के साथ फल फूल रहा है। सुबह से लेकर शाम तक ना जाने कितने ही चोरी के मामले दिल्ली पुलिस सुनती है लेकिन दिक्कत ये है कि बस सुनती है उस पर कार्यवाही नही करती। दिल्ली में शक्ति नगर के रहने वासे रवि अग्रवाल अपने परिवार के साथ बाजार गए हुए थे और जब वो शाम को लौटे तो घर के सारे ताले टूटे मिले और सारा सामान गायब दिखा इस चोरी की घटना में 50 हजार रुपये कैश और करीब 14 लाख रुपये से ज्यादा के गहने लेकर चोर रफू चक्कर हो गए ।
पिड़ित रवि अग्रवाल को जिस आदमी पर शक है वो उनके ही घर का नौकर है और 5 दिन पहले ही उसको घर पर काम दिया था। उसकी उम्र 20 साल है । रवि अग्रवाल ने इस लड़के को जिस प्लेसमेंट कंपनी से काम के लिए रखा था उस कंपनी की लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कम्पनी ने उस लड़के आईडी तक अपनी कंपनी में जमा नहीं करवाई थी। कंपनी की इस लापरवाही की जवाबदेही भी कहीं ना कहीं तय होनी चाहिए क्योंकि किसी की दिन रात की महनत की कमाई जो चोर लेकर गया है उस तक पहुंचने में कंपनी अहम सुराग दे सकती थी।
फिलहाल मामले की खबर पुलिस को दे दी गई है जिसके बाद आसपास के सीसीटीवी की तलाश की जा रही ताकि कोई सुराग मिल सके।