अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं के विश्वस्तरीय होने का ढोल पीटने वाली केजरीवाल सरकार के बड़े अस्पताल बाबा साहब अम्बेडकर अस्पताल का है। देखिए कैसे यहाँ एक परिवार का इलाज के आभाव में बेमौत मरे मरीज के शोक में कलेजा फटा जा रहा है तो वहीँ अस्पताल में डॉक्टर पार्टी कर रहे हैं। इमरजेंसी के ठीक बगल में तंदूर जलाकर नान सेंके जा रहे हैं तो एक्स रे और अल्ट्रासाउंड मशीन के बेड पर इसे रखकर बड़े मजे से खाया जा रहा है। मजेदार बात यह है कि इस दावत में खुद अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट मनमोहन कोहली भी शामिल रहे , क्या है पूरा माजरा बताएंगे आपको, लेकिन उससे पहले ये वीडिओ देखिए ।
अस्पताल की इमरजेंसी से ऊपर के मंजिल पर आने जाने वाले मरीज और उनके परिजन भी हैरान हैं कि आखिर माजरा क्या है , तो आपको बता दें कि अस्पताल में ही फार्मेसी के डॉक्टर रविवार को रिटायर हो रहे थे , इसलिए एक दिन पहले शनिवार को ही फेयरवेल का कार्यक्रम रखा गया। यह आयोजन इमरजेंसी के बगल में स्थित ऑडिटोरियम में होना था, इसलिए इमरजेंसी के पीछे की सीढ़ियों के निचे ही तंदूर लगा दिया गया। जी हाँ जिन अस्पतालों के कम्पाउंड के अंदर धूम्रपान भी प्रतिबंधित होता है, उसके इमरजेंसी के पीछे तंदूर जलाया गया। दिल्ली दर्पण टीवी ने जब इस पर अस्पताल के एमएस डॉ मनमोहन कोहली से बात करनी चाही तो उनके साथ बदतमीजी की गई। उनका फोन छीन लिया गया और मारने की धमकी तक दी गई।
इसी अस्पताल के इसी इमरजेंसी की दूसरी तस्वीर दिखाते हैं। दहाड़ें मार कर रोती ये महिला भाजपा कार्यकर्त्ता मोहनलाल की पत्नी है। दरअसल बीती रात मोहन का एक्सीडेंट हो गया था। जिसके बाद उन्हें पास के जगजीवन राम अस्पताल में ले जाया गया, जिसने मोहन को सीधा रोहिणी स्थित अम्बेडकर अस्पताल में रेफर कर दिया। परिजनों का आरोप है कि यहाँ उन्हें जो टांका लगाया गया वह दो बार खुल गया। मरीज को लगातार खांसी में खून आता रहा, लेकिन डॉक्टर ने सब ठीक है बोल कर सुबह 8 बजे ओपीडी में दिखाने की सलाह देते हुए छुट्टी कर दी। इसके बाद भी मरीज सुबह 10 बजे तक इमरजेंसी में ही स्ट्रेचर पर लेटा रहा, मगर किसी ने उसे देखने की जहमत नहीं उठाई। जिसकी वजह से करीब साढ़े दस बजे मोहन की मौत हो गई।
पहले जल बोर्ड के दफ्तर में बियर और जुआ और अब अस्पताल के इमरजेंसी में तंदूर और पार्टी, केजरीवाल साहब देख रहे हैं न आप, ये उसी दिल्ली में हो रहा है जिसके आप मालिक होने का दम भरते हैं। अब सारी निगाहें आपकी ही तरफ गड़ी हैं, अब ऐसे में भी यह मत कह दीजिएगा कि ये भी मोदी जी करवा रहे हैं।