दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिये गुरुवार शाम प्रचार थम गया और आठ फरवरी यानी की शनीवार को अब मतदान होना है ।ऐसे में दिल्ली दर्पण ने सभी विधान सभा सीटों पर आँकलन किया है और पाया है कि दिल्ली की बादली विधानसभा पर चुनावी गर्मी चरम पर रही । बादली विधानसभा सीट की बात करें तो यहाँ मौजूदा विधायक आम आदमी पार्टी के अजेश यादव हैं जो पहली बार साल 2015 में यहाँ से विधायक चुने गए । इनसे पहले यहाँ से विधायक रहे कांग्रेस पार्टी के देवेंद्र यादव । देवेंद्र यादव यहाँ से दो बार विधायक रहे हैं और क्षेत्र की जनता के बीच खासे लोकप्रिय हैं ।
बादली के चुनावी समीकरण की अगर बात करें तो जनता ने 2015 की विधानसभा चुनाव के बाद कभी भी आम आदमी पार्टी के समर्थन में अपना बहुमत नहीं दिया । 2017 के निगम चुनाव में बादली के पाँच वार्डों में से तीन वार्ड कांग्रेस के खाते में तो दो वार्ड बीजेपी के खाते में गए और आम आदमी पार्टी का इस विधानसभा क्षेत्र से खाता तक नहीं खुला । 2019 के लोकसभा चुनाव में भी हाल कुछ ऐसा ही रहा । कांग्रेस इस विधानसभा क्षेत्र से दूसरे नंबर पर रही और आम आदमी पार्टी इस विधानसभा से तीसरे नंबर पर । अब बारी है 2020 विधानसभा चुनाव की ।अभी तक के रुझानों में यहाँ से कांग्रेस प्रत्याशी देवेन्द्र यादव की दावेदार सबसे मजबूत मानी जा रही है । इसका कारण भी है| जनता का कहना है की देवेंद्र यादव ने यहाँ विधायक न रहते हुए भी आनेको सामाजिक कार्य करवाए हैं । देवेंद्र यादव की साफ सुथरी छवि और लोगों के बीच उनकी पैठ के लिये लोग उन्हें बखूबी जानते हैं और ये तस्वीरें भी इसे साबित करती हैं । देवेंद्र यादव के चुनावी कैम्पेन को बल देने के लिये कांग्रेस के कई क़द्दावर नेता और मंत्री बादली पहुँचे और उनके लिये रोड शो और जनसभाएँ भी कीं।
रोड शो हो, डोर टू डोर , पद यात्रा या फिर जनसभा: हज़ारों की संख्या में लगों ने पहुँच कर देवेंद्र यादव को अपना समर्थन दिया है । बादली क्षेत्र के लोगों ने अपने घरों पर कांग्रेस पार्टी के झंडे लगवा कर देवेंद्र यादव को जिताने की गारंटी तक दे दी है । धुआँधार कैम्पेन और कार्यकर्ताओं की जी तोड़ मेहनत की बदौलत इस विधानसभा चुनाव में देवेंद्र यादव बादली सीट पर सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं । बात चाहे अंक गणित की हो या फिर जनहित की बादली सीट पर लोगों का भरोसा देवेंद्र यादव ही है और ऐसा हम नहीं कहते बल्कि यहाँ के लोग कहते हैं ।
शनिवार सुबह जब वोटिंग शुरू होगी और जनता अपने विधायक को चुनने के लिये बटन दबाएगी|तो ये पूरी तरह उनकी मर्जी पर होगा कि वो किसे अपना नेता चुनती है| 11 तारीख को आने वाले नतीजे जनता के जनादेश को दर्शाएँगे| ऐसे में बादली विधानसभा सीट पर देवेंद्र यादव को यहाँ की जनता किस तरह का जनादेश देती है ये देखने वाली बात होगी ।