फरीदाबाद की दो छात्राओं को प्रधान मंत्री मोदी उनके कौशल के लिए जल्द सम्मानित करेंगे। मॉडन बीपी पब्लिक स्कूल की दो नन्हीं वैज्ञानिकों द्वारा बनाए गए मूवेबल टॉयलेट के मॉडल को भारत सरकार के कृषि मंत्रालय ने एडोप्ट किया है। कृषि मंत्रालय द्वारा अब देशभर के ग्रामीण एवं क्षेत्रों में इसी तरह के टॉयलेट तैयार कर लगाए जाएंगे। इस उपलब्धि के लिए शहर की दोनों बेटियों और उनके अध्यापक को मंत्रालय की तरफ दस लाख रुपये का पुरस्कार भी दिया जा रहा है।
यह वही मूवेबल टॉयलेट है जिसे बना कर फरीदाबाद की छात्राओं ने फरीदाबाद का नाम रौशन किया है जिसे देश मे टॉप टेन प्रोजेक्ट में जगह मिली है। दोनों छात्राओं ने स्कूल के प्रिंसीपल जितेंद्र परमार और विज्ञान अध्यापक नवीन जोशी की देखरेख में कुछ ही दिनों में एक ऐसा मूवेबल टॉयलेट का मॉडल तैयार कर दिया, जिसका कोई मुकाबला ही नहीं है। मूवेबल टॉयलेट की खासियत को देखते हुए अब केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने इसे एडोप्ट कर लिया है। इसके लिए मंत्रालय ने दोनों छात्राओं और उनके अध्यापक को दस लाख रुपये का पुरस्कार देने का फैसला भी लिया है। मंत्रालय की अनुशंसा पर छात्राओं का चयन प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार के लिए किया गया है। पीएम मोदी द्वारा जल्दी ही दोनों छात्रों को सम्मानित करने के साथ साथ एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी सौंपा जाएगा। मूवेबल टॉयलेट बनाने वाले स्कूल के अध्यापक और प्रधानाचार्य जितेंद्र परमार ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान से प्ररेणा लेते हुए भावना और पवनजोत कौर ने स्कूल के भौतिक विज्ञान के अध्यापक नवीन जोशी के मार्ग दर्शन में मूवेबल टॉयलेट का निर्माण किया है। उन्होंने बताया कि इस टॉयलेट में ऑटोमैटिक लॉक सिस्टम है। वहीं इस प्रोजेक्ट को बनाने वाली 11वीं कक्षा की छत्राओं ने बताया की प्रधान मंत्री द्वारा उन्हें पुरुस्कार मिलने को खबर के बाद उन्हें बेहद खुशी है उनके परिजन भी काफी खुश है ।उन्होंने बताया कि इसके लिए उकने अधयापक नवीन जोशी और स्कूल के प्रधानाचार्य की तरफ से भी पूरी मदद की गई जिसके चलते उन्हें यह सफलता हासिल हुई है। देखिये हमारी यह खास रिपोर्ट