दिल्ली विधान सभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार द्वारा प्रस्तावित बिल को टीचर , छात्र और अभिभावकों का विरोधी बताया है। उन्होंने इस बिल के खिलाफ अपना रोष प्रकट किया है। दिल्ली विधान सभा में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी ने इस संशोधित बिल को शिक्षा व्यवस्था के विरूद्ध बताते हुए कहा है की ऐसा लगता है जैसे यह बिल दिल्ली सरकार ने नहीं बल्कि निजी स्कूलों की मैनेजमेंट ने तैयार किया है। इस बिल से दिल्ली में एक लाख से ज्यादा टीचर है और इतने ही कर्मचारी है जो निजी स्कूलों में काम करते है। ये इस बिल से सीधे प्रभावित होगे। विजेंद्र गुप्ता ने स्कूलों की फीस बढ़ोतरी पर भी कहा की अभी तक निजी स्कूलों को फीस बढ़ाने के लिए सरकार से अनुमति लेने पड़ती थी। लेकिन अब सरकार ने इसके लिए कमेटी बना दी जो गलत है। इसके अलावा 7 वां वेतन आयोग को निजी स्कूलों के टीचरों को बहार रखा गया है। बीजेपी नेता ने कहा की दिल्ली सरकार ने फैसले बदल लिए है। विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ जो बातें कहीं जो वेतन को लेकर थी और जिससे आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।