नोटबंदी के बाद जहाँ एक ओर आम जनता बैंकों की लाइन में खड़ी परेशान हो रही है वहीँ अपने कर्मचारियों को इस परेशानी से बचाने के लिये एक कंपनी ने एक अनोखा रास्ता निकाला है। सुजाता कंपनी अपने वर्कर्स को पंद्रह दिनों का राशन मुफ्त मुहैया करा रही है ताकि उन्हें नोटबंदी की वजह से जरूरी चीजों की दिक्कत न हो।
ये तरकीब कंपनी मालिक को उस समय सूझी जब नोटबंदी के बाद उनके कर्मचारी छुट्टी पर ज्यादा और काम पर आना कम करने लगे। सबकी एक ही परेशानी थी , पैसे निकालने या बदलने में ही समय बीत जाता है। अब घर चलाना है तो पैसे तो निकालने ही होंगे।
अपने वर्कर्स की इसी परेशानी को समझते हुए सुजाता कंपनी के एमडी ने ये तरकीब निकाली की क्यों न सभी वर्कर्स को पंद्रह दिन का फ्री राशन दिया जाए। अब कंपनी मालिक की इस स्कीम से कर्मचारी खुश भी हैं और नोटबंदी से उनको कोई परेशानी भी नहीं है।
ख़ास बात ये भी है की मुफ्त राशन के नाम पर कंपनी ने क्वालिटी से कोई कोम्प्रोमाईज़ नहीं किया बल्कि अच्छे और ब्रांडेड प्रोडक्ट्स की बैग में पैक किये गए हैं।
घर चलाने के लिये सारा जरूरी सामान इस पैकेट में मौजूद है। मतलब नोटबंदी की टेंशन लेने की जरूरत कम से कम इन कर्मचारियों को तो बिलकुल भी नहीं है।
कंपनी के एमडी अखिल अग्रवाल का कहना है की इस तरकीब से उन्होंने कर्मचारियों के तनाव को कम करने की कोशिश की है जिससे काम में भी उनका मन लगा रहेगा।
नोटबंदी के बाद कई जगह से ये खबरें आ रही थी की कर्मचारी छुट्टियां बहुत मार रहे हैं, लेकिन इस नायाब तरकीब से कंपनी मालिक ने मजदूरों को भी खुश कर दिया है और अब उन्हें वर्कर्स के छुट्टी पर जाने की भी कोई टेंशन नहीं।
अगर दिल्ली के सभी कारोबारी इस तरह की कोई स्कीम लेकर आने लगे तो लाखों लोगों की परेशानियां दूर हो सकती हैं , जो आज कल काम पर कम और बैंकों की लाइन में ज्यादा खड़े दीखते हैं।