-राजेंद्र स्वामी, दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली। दिल्ली दर्पण की खबर सत्य साबित हुयी। दिल्ली कांग्रेस में बड़े पैमाने पर भगदड़ मच गयी है। शनिवार को दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 25 साल से सराय पीपल थला से लगातार निगम पार्षद रहे मुकेश गोयल कई नेताओं और कर्यकर्ताओं सहित आदमी पार्टी में शामिल हो गए। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और वरिष्ठ नेताओं ने मुकेश गोयल को आम आदमी की टोपी पहनकर आप में शामिल किया। उनके नजदीकी और कांग्रेस ने कुछ नेताओं का कहना है कि मुकेश गोयल ने कांग्रेस छोड़ने की योजना पिछले दो साल पहले ही बना ली थी। यही वजह है कि मीडिया और सार्वजानिक स्थानों पर उनके भाषण और बयानों में वे बीजेपी पर ही ज्यादा हमलावर होते नजर आते थे। शनिवार को आम आदमी पार्टी दफ्तर में मुकेश गोयल के साथ पूर्व पार्षद परमा भाई सोलंकी ,पुर प्रत्याशी सुरेंद्र गर्ग ,जय किशन गोयल सहित कई पूर्व प्रत्याशी भी आम आदमी पार्टी में शामिल हुए।
गौरतलब है कि दिल्ली दर्पण टीवी ने अपनी वेबसाइट पर दिवाली से पहले इस खबर को प्रकाशित किया था कि दिल्ली कांग्रेस को अब तक का सबसे बड़ा झटका लग सकता है। “दिवाली के बाद कांग्रेस का दिवाला ” शीर्षक से प्रकाशित खबर में कहा गया था कि कांग्रेस के कई पूर्व विधायक और मौजूदा और पूर्व निगम पार्षद तीन जिला अध्यक्ष आम आदमी पार्टी में शामिल होने की तैयारी में है। इसी कड़ी में वरिष्ठ नेता मुकेश गोयल आम आदमी पार्टी का हिस्सा हो गए। खबर है कि कई और भी बड़े नेता जल्द ही पार्टी में शामिल होंगे। इनमें एक पूर्व सांसद और विधायक चाहतें है कि वे आम आदमी पार्टी में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की मौजूदगी में शामिल हो। परन्तु केजरीवाल अभी पंजाब चुनाव में व्यस्त है। दिल्ली में कांग्रेस के सबसे पुराने निगम पार्षद मुकेश गोयल का आप में जाना कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा झटका है। करीब तीन दशक कांग्रेस रहे मुकेश गोयल मौजूदा नगर निगम में सबसे वरिष्ठ पार्षद और कांग्रेस दल के नेता भी है। अभी हाल ही में उन्होंने विधान सभा चुनाव भी लड़ा तो बहुत मायूसी हाथ लगी थी । इनके करीबियों के अनुसार उन्होंने उसी वक्त आप में जाने के रस्ते तलाशने शुरू कर दिए थे। आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ उनकी बात चित भी हुयी लेकिन आम आदमी पार्टी उन्हें बिना शर्त लेने को तैयार थी। लेकिन अब नगर निगम चुनावों में आप की हवा ने मुकेश गोयल समेत कई नेताओं की हवाईयां उड़ा दी। अब उन्हें लगने लगा है कि आम आदमी पार्टी नगर निगम में विजयी होनी जा रही है ,ऐसे में उन्हें यह लग रहा है कि यदि वे आप की झाड़ू पकड़ कर निगम चुनाव जीतते है तो उनकी वरिष्ठता को देखते हुए निगम में शीर्ष पद पर शोभित होने की पूरी सम्भावनएं है। मुकेश गयल ने इस मौके का लाभ उठाया और झट से झाड़ू थाम ली। इसकी अतिरक्त मुकेश गोयल को आशंका यह भी थी कि पूर्व मंत्री मंगत राम सिंघल भी अपने पुत्र के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकतें है।
गौरतलब है की दोनो के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा भी है। विगत विधानसभा चुनाव में भी जिन कांग्रेस नेताओं के आप में जाने की चर्चा जोरों पर थी उनमें दोनों के नाम शामिल है। खबर है कि कांग्रेस को अभी और भी बड़ा झटका लगाने वाला है। दिल्ली दर्पण ने दिवाली से पहले घोषणा की थी की एक पूर्व सांसद के साथ बड़ी संख्या पूर्व विधायक , जिला अध्यक्ष , पूर्व निगम पार्षद और मौजूद निगम पार्षद भी झाड़ू थामने जा रहे है। मुकेश गोयल के अतिरिक्त जहांगीर पूरी से निगम पार्षद पूनम बागड़ी और उनके पति अश्वनी बागड़ी भी आम आदमी पार्टी की टोपी पहन चुकी है। इससे पहले सिविल लाइन जोन के चैयरमैन रहे नत्थू राम नगर भी आम आदमी की टोपी पहन चुकें है।
दरअसल आम आदमी पार्टी के लिए भी आगामी दिल्ली नगर निगम चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है। कुछ माह बाद होने जा रहे दिल्ली निगम चुनाव आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता का पैमाना होंगे। यदि दिल्ली नगर निगम चुनाव यूपी ,पंजाब समेत जल्द होने जा रहे पांच राज्यों के चुनावों से पहले हुए तो दिल्ली नगर निगम चुनावों की हार जीत का असर उन पर भी पड़ेगा। दिल्ली नगर निगम चुनावों की जीत दिल्ली के लिए ही नहीं बल्कि देश भर में आम आदमी पार्टी के विस्तार के लिए भी जरूरी है। यही वजह है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव की बंपर जीत “आप ” के लिए बेहद जरूरी भी है। यह दिल्ली में कांग्रेस को कमजोर करने से और भी आसान हो जायेगी। आम आदमी पार्टी को भी ऐसे लीडर की जरूरत है ताकि देशभर में पार्टी के विस्तार के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की जरूरत को पूरा किया जा सके। जाहिर है कांग्रेस में मची यह भगदड़ तो केवल बानगी है, खबर है की कुछ समय और भी बड़े नेता बड़ी संख्या में आप की टोपी पहनने को तैयार है।