-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली। हरियाणा में सुभाष चंद्रा और सांसद दुष्यंत कुमार गौतम का कार्यकाल पूरा होने के बाद राज्यसभा की दोनों सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस में जोड़ तोड़ शुरू हो गयी है। समीकरण और सियासी जानकारों की मानें तो बीजेपी हरियाणा की दोनों सीटों को अपने पाले में करने में कामयाब हो सकती है। इन दोनों सीटों में से एक सीट बीजेपी वैश्य समाज को देने की तैयारी में है। इसमें एक मजबूत नाम अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग का लिया जा रहा है। खबर है कि बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने गोपाल शरण गर्ग के नाम का प्रस्ताव भेजा है।
गौरतलब है कि अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन सहित समाज की कई संस्थाओं के प्रमुख लोग समय समय पर यह मांग भी उठाते रहे है कि हरियाणा की राज्यसभा सीटों में अग्रवाल समाज को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाये। अब जब चुनावों की तारीख तय हो गयी है तो अग्रवाल समाज के बड़े तबके को यह पूरी उम्मीद है कि इस बार बीजेपी गोपाल शरण गर्ग को राज्य सभा भेजेगी,यह न केवल समाज के लिए लाभदायक है बल्कि बीजेपी और व्यपारी वर्ग के लिए भी फायदेमंद है। हरियाणा से गोपाल शरण गर्ग को राज्य सभा भेजे जाने की चर्चाओं के पीछे जो तर्क दिए जा रहे है उन्हें देख इसकी प्रभल संभावना भी है।
देश में अग्रवाल समाज के मतदाताओं की संख्या 10 करोड़ बताई जा रही है। हरियाणा विधान सभा चुनाव नजदीक है ऐसे में बीजेपी हरियाणा में ऐसा चेहरा चाहती है जिससे एक तीर से कई निशाने के साथ साधे जा सकें। गोपाल शरण गर्ग व्यापारी आयोग बनाने में मुख्य भूमिका निभा रही है। वे हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन भी रहे है। बोर्ड चेयरमैन रहते उन्होंने व्यापारियों और कारोबारियों की समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष किया और दो बड़े सम्मलेन 2017 और 2018 में किये। इन सम्मलेन में जो भी मांग व्यपारियों की तरफ से रखी गयी हरियाणा के मुख्यमंत्री ने उन्हें स्वीकार भी किया। देश की सबसे बड़ी और पुरानी संस्था अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मलेन के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ साथ उनका देश भर के अग्रवाल समाज में अच्छा नेटवर्क भी है। बीजेपी को इसका लाभ लोकसभा चुनाव में पंजाब ,हरियाणा ,राजस्थान सहित कई राज्यों में मिल सकता है।
गोपाल शरण गर्ग अभी देश भर में अग्र समाज की कुलदेवी आद्य महालक्ष्मी का सबसे बड़ा और भव्य मंदिर बनाने के लिए जान आशीर्वाद यात्रा पर निकले है। यह यात्रा भी अग्रवाल समाज को जोडने में बेहद मददगार साबित हो रही है। बीजेपी की नजर अन्य राज्यों की तरह हरियाणा में भी पैर पसार रहे आम आदमी पार्टी पर भी है। गोपाल शरण गर्ग को राज्यसभा भेजना केजरीवाल की काट में भी सहायक होगा। अग्रवाल समाज में धार्मिक ,सामाजिक क्षेत्र में देशभर में सक्रीय होने के साथ साथ व्यापारिक विषयों पर भी गोपाल शरण गर्ग की गहरी पकड़ है। राज्य सभा में व्यापारियों के मुद्दों को भी वे पूरी ताकत और तर्क के साथ उठाने की काबिलियत रखते है।
बीजेपी को एक सीट हासिल करने में कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन यदि दोनों सीटें हासिल करनी है तो उसके 60 विधायकों का समर्थन चाहिए। अभी बीजेपी के पास 40 विधायक है ,जजपा के 10 और निर्दलीय मिलकर वह 60 विधायकों का आंकड़ा छू सकती है। इसकी प्रभल संभावना भी है। और इन दोनों में से एक सीट अग्रवाल समाज देकर बीजेपी वैश्य समाज को टारगेट कर सकती है। बहरहाल राज्यसभा के लिए नामांकन की तारीख 31 मई है। नामांकन पत्रों की छंटनी 1 जून सुबह 10 बजे तक और नाम वापसी की तिथि 3 जून है। यदि जरूरी हुआ तो मतदान 10 जून को होंगे। 13 जून तक निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।