[bs-embed url=”https://youtu.be/3McMJxUboHo”]https://youtu.be/3McMJxUboHo[/bs-embed]
नारेबाजी और पोस्टरों से पटे रोहिणी कोर्ट परिसर के नज़ारे को जरा ध्यान से देखिये। ये तस्वीरें हैं हाल में हुए रोहिणी कोर्ट बार कॉउंसिल के चुनाव कैंपेन के। हालाँकि समाज में वकीलों को बुद्धिजीवी वर्ग के रूप में देखा जाता है , लेकिन जिस तरीके से रोहिणी बार कॉउंसिल के चुनाव में हूटिंग , शोर शराबा , पोस्टरों से कोर्ट परिसर को गन्दा करना और कोर्ट के काम काज में जबरन खलल डालने का नजारा देखा गया वो निश्चित रूप से आपके नजरिये बदल देगा। इस तरह का नजारा अब तक छात्र संघ के चुनाव या फिर अन्य चुनावों में ही देखा जाता रहा है। लेकिन अगर तथाकथित बुद्धिजीवी वकील भी इस तरह की बचकानी, या यूँ कहें की गैरजिम्मेदाराना हरकतें करते देखे जायेंगे तो बाकियों का क्या होगा। इस विषय पर हमने कुछ वकीलों से भी बातचीत की, आप खुद ही सुन लीजिये ये क्या कहते हैं। हालाँकि कोई भी आम नागरिक जो कोर्ट में अपने किसी केस या अन्य काम के सिलसिले में यहाँ आता है , वो सीधी तौर पर वकीलों के इस व्यवहार पर सीधे सीधे टिप्पणी करने से बचता है। लेकिन ऑफ द रिकॉर्ड कई लोगों का कहना था की महज एक बार कॉउंसिल के चुनाव में इतना हो हल्ला और पोस्टरबाज़ी की जरूरत ही क्या थी ? हालांकि कई वकील इसको जायज भी ठहराते दिखे। अब दूसरों के हक़ की लड़ाई का हवाला देने वाले इन बुद्धिजीवी वकीलों को कौन समझाए की इस तरह के हंगामेबाज़ी और पोस्टरबाजी कर कोर्ट परिसर और उसके आस पास के माहौल को खराब करने पर उनकी खुद की छवि ही खराब होती है।
These black coat people are already synonyms for lies, corruptions, frauds.what u can expect more