Friday, November 22, 2024
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NCR News : जेवर पीएचसी पर मेगा मानसिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित

मानसिक रोग के लक्षण नजर आने पर मनोचिकित्सक से करें परामर्श

नोएडा। घर में किसी भी व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन नजर आये, हर समय परेशान दिखे, बेवजह गुस्सा करे तो उसे मनोचिकित्सक को दिखाना चाहिए। यह सभी लक्षण मानसिक अस्वस्थता के लक्षण हैं। यह बात मनोचिकित्सक डा. तनुजा गुप्ता ने शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) जेवर पर आयोजित मेगा मानसिक स्वास्थ्य शिविर में कही।


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील शर्मा एवं नोडल अधिकारी (एनसीडी) डा. आरपी सिंह के नेतृत्व में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार को मेगा मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ मनोचिकित्सक डा. तनुजा गुप्ता एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. सर्फे जिया ने फीता काटकर किया। शिविर आये लोगों को मानसिक रोग, उसके लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी दी गयी।
मनोचिकित्सक डा. तनुजा ने बताया- डिप्रेशन, चिन्ता, बाइपॉलर डिसऑर्डर, सिजोफ्रेनिया, आटिज्म, मंदबुद्धि, लर्निंग डिसेबिलिटी, मिर्गी, नशे की लत व अन्य बीमारी के लक्षण नींद न आना, मन का उदास रहना, बार-बार हाथ धोना, अपने आप से बड़बड़ाना, बेवजह शक करना, कार्य करने में रुचि कम होना, पढ़ाई लिखाई में परेशानी, दैनिक कार्यों के लिए दूसरे पर निर्भर रहना आदि मानसिक अस्वस्थता के लक्षण हैं। उन्होंने कहा-इस तरह के लक्षण नजर आने पर तुरंत मनोचिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। नोएडा सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल के कमरा नंबर 24 में मानसिक रोगियों के लिए ओपीडी की व्यवस्था है। वहां जाकर परामर्श लिया जा सकता है।
साइकेट्रिस्ट सोशल वर्कर रजनी सूरी ने बताया- मानसिक रोग भी शारीरिक रोगों की तरह होते हैं इनका उपचार संभव है। घर में बच्चे अथवा किसी सदस्य के व्यवहार में परिवर्तन नजर आये तो सतर्क हो जाना चाहिए। किसी भी सूरत में झाड़ फूंक के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। रोगी को मनोचिकित्सक को दिखाना चाहिए। नियमित व्यायाम, योग, अपने विश्वास वाले लोगों से बात साझा करने से काफी हद तक मानसिक तनाव दूर हो जाता है।
क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट नीति ने बताया -यदि परिवार के किसी भी सदस्य में मनोरोग के लक्षण नजर आते हैं तो मनोचिकित्सक से परामर्श करें। उन्होंने दिव्यांगता के बारे में जानकारी दी और बताया कि ऐसे लोगों के लिए दिव्यांग प्रमाण पत्र क्यों जरूरी है। उन्होंने बताया- नोएडा सेक्टर 39 स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में प्रत्येक सोमवार को दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं। उन्होंने यूडीआईडी साइट पर रजिस्ट्रेशन कर दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी दी।
कम्युनिटी नर्स शिवानी ने बताया – मानसिक रोगी से किस तरह का व्यवहार किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया उनकी पूरी बात गंभीरता से सुननी चाहिए और उन्हें इस तरह का कोई माहौल नहीं देना चाहिए जिससे उन्हें तनाव हो।
शिविर में जिन लोगों में मानसिक रोग के लक्षण पाये उन्हें उचित उपचार व दवा उपलब्ध करायी गई। इसके अलावा लोगों के बीपी व शुगर की जांच की गई। करीब 200 लोगों ने शिविर का लाभ उठाया। शिविर में मनोचिकित्सक डा. तनूजा, साइकेट्रिस्ट सोशल वर्कर रजनी सूरी, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट नीति, साइकेट्रिस्ट नर्स सोनी एवं कम्युनिटी नर्स शिवानी सहित मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम उपस्थित रही। शिविर के आयोजन में ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर कुलदीप राणा का विशेष सहयोग रहा।

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