Thursday, November 7, 2024
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Delhi Politics : दिल्ली विधानसभा में उठा यमुना की सफाई का मुद्दा, बीजेपी ने आप सरकार पर लगाया केंद्र के दिये गये 2419 करोड़ रुपये भी डकारने का आरोप

बीजेपी विधायक जितेन्द्र महाजन के फंड का नाम न बता पाने पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कार्यवाही से आरोप को कार्यवाही से निकलवाया 

दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो 

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बीजेपी विधायक जितेन्द्र महाजन ने आप सरकार पर यमुना की सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने केंद्र द्वारा दिये गये 2419 करोड़ रुपये भी दूसरे मदों की तरह डकार लिए। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने महाजन के केंद्र द्वारा दिये गये पैसों का फंड न बता पाने पर इसे सदन की कर्यवाही से निकालने की बात कही। इस मामले में बीजेपी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष पर सरकार का जवाब खुद देने का भी आरोप लगया।


शोरशराबे के बीच यमुना में व्याप्त गंदगी की बात करते हुए जितेन्द्र महाजन ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने यमुना में सफाई के नाम पर दूसरे मदों की तरह मात्र भ्रष्टाचार ही किया है। उन्होंने कहा कि यमुना के गंदे पानी की वजह लाखों लोगों के गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं तथा कैंसर के मरीज बढ़ रहे हैं। बीजेपी विधायक ने न केवल यमुना को जीवनदायिनी बताया बल्कि यमुना में व्याप्त गंदगी के चलते दिल्ली के लोगों को होने वाली बीमारियों की ओर भी  ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के भ्र्ष्टाचार में लिप्त होने की वजह से यमुना की हालत एक गंदे नाले से भी बदतर हो गई है।  उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यमुना की सफाई की ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। यमुना में प्रदूषण पर रोक लगाने में भी सरकार पूर तरह से विफल रहने की  बात बीजेपी विधायक ने कही।

देखने की बात यह भी है कि अगस्त महीने में जल बोर्ड उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने यमुना नदी की सफाई को लेकर एक बैठक की थी। इस बैठक में दिल्ली में आरओ सिस्टम की स्थापना, जल प्रदूषण करने वाले उद्योगों पर कार्रवाई करने, जल उपचार क्षमता में वृद्धि, सामान्य अपशिष्ट संयंत्रों की स्थिति, एसटीपी का निर्माण कार्य पूरा करने, सीवर की सफाई और सीवर नेटवर्क का निर्माण करने पर चर्चा की गई थी।
केजरीवाल सरकार ने ओखला में 16 एमजीडी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में केमिकल के जरिये पानी को ट्रीट करने की पहल की है। इस अनोखी तकनीक की मदद से लाखों एसटीपी में सीवर के पानी का बेहतर तरीके से ट्रीटमेंट किया जा रहा है। दिल्ली में जो 18  नाले यमुना में गिरते हैं, उसमें से 16 को एसटीपी के लिए डायवर्ट किया  गया है, जहां पर गंदे पानी को शोधित किया जा रहा है। यहां से निकलने वाले पूरे सीवेज को एसटीपी तक पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से जगह-जगह 116 सीवेज पंपिंग स्टेशन बनाए गये हैं। एसपीएस में लगे मोटर पंप के माध्यम से सीवेज को एसटीपी तक भेजा जाता है, जहां से इसे ट्रीट कर आगे के नालों में डाला जाता है।
दिल्ली सरकार ने यमुना नदी को अगले तीन साल में पूरा साफ करने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत दिल्ली के 100  फीसदी घरों को भी सीवर लाइन से जोड़ने का प्लान है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फरवरी 2025 तक यमुना को साफ करने की जिम्मेदारी जल बोर्ड को दी है।

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