राजधानी दिल्ली में चुनाव आने में महज़ 2 से 3 माह का समय बाकी हैं , ठीक उससे पहले राजधानी दिल्ली में लगातार राजनीतिक गतिविधियां बढ़ती हुई नजर आ रही है जिसके तहत विभिन्न पार्टियों तरह-तरह के कार्यक्रम कर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही हैं .
हाइलाइट्स :
• झुगियों में पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता
• केजरीवाल का हमला बोले यह झोपड़ी टूरिज्म कर रहे हैं.
• 250 झुग्गियों में बीजेपी के नेताओं ने बिताई रात
• कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव बोले ये सिर्फ राजनीति करना जानते हैं .
• झुग्गी – झोपड़ी की राजनीति दिल्ली में इतना अहम क्यों ?
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विधानसभा चुनाव नज़दीक आने के साथ ही भाजपा नेताओं की तैयारियां भी तेज़ हो गयी है. इसी को देखते हुए भाजपा नेताओं ने मंगलवार को 250 से ज़्यादा झुग्गियों में रात्रि प्रवास किया . जहाँ नेताओं का स्वागत फूलों की बारिश से किया गया. वहीं नेताओं ने झुग्गी वासियों से बात की और उनकी समस्या जानी. भाजपा नेताओं का ये रात्रि प्रवास कार्यक्रम दिल्ली भाजपा के चल रहे अभियान झुग्गी विस्तार अभियान का हिस्सा है. जिसके तहत पार्टी ने झुग्गी विस्तारको और झुग्गी पलको की नियुक्ति भी की है.
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंदर सचदेवा ने पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र के विनोद नगर स्थित नेहरू कैंप में रात्रि प्रवासी किया. उनके आने की खबर कैंप के वासियों को पहले ही लग गयी थी और इसी वजह से वहां के लोगों टेंट का इंतज़ाम पहले से ही कर लिया था. वाकायदा टेंट लगाए गए थे. सचदेवा और अन्य नेताओं ने झुग्गी कलस्टर के चौपाल में रखे बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के चित्र पर माला अर्पित की , इसके बाद बच्चो से बात की, ताकि भविष्य के लिए उनकी उम्मीदों को समझा जा सके. इसी तरह झुग्गी कलस्टर प्रमुखों और अन्य नागरिको से बातचीत की, जिससे उनके बुनियादी मुद्दों को हल किया जा सके. बाद में घर – घर जाकर स्थानीय समस्याओं और उनके सुझावों पर चर्चा की.
केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा के पूर्वी दिल्ली के कालंदर कॉलोनी के झुग्गी कलस्टर में प्रवास किया. उन्होंने बच्चों से बातें की और उनसे भविष्य की उम्मीदों के बारे में पूछा . साथ ही मोबाइल फोन से दूर रहने की सलाह दी. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने पूर्वी दिल्ली के कृष्णा मार्किट, झिलमिल कॉलोनी और विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने खेड़ा कॉलोनी में प्रवास किया. सांसद मनोज तिवारी इंदिरा विकास बस्ती पहुंचे, जहाँ उन्होंने फरमाइश पर गीत भी सुनाया. सांसद रामवीर सिंह बिधुरी ने गोला कुआँ कैंप तो बांसूरी स्वराज आरके पुरम स्थित रविदास कैंप में झुग्गी वासियों से मिली .
AAP ने किया भाजपा पर करारा प्रहार
वहीं भाजपा की इस पहल को देखते हुए सत्ताधारी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया एवं सौरव भारद्वाज भी सुंदर नगरी स्थित झोपड़ियों में पहुंचे और लोगों से मुलाकात कर भाजपा पर निशाना साधते हुए बोले कि यह लोग जिस झोपड़पट्टी मे जाते हैं वहां पर उनके जाने के बाद बुलडोजर की कार्रवाई की जाती है और गरीबों को नुकसान पहुंचाया जाता है.
वहीं पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने बयान देते हुए बोले यै लोग झोपड़ियों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं मैंने 10 साल अपने जीवन के झोपड़पट्टी वालों के साथ बिताई हैं . भाजपा वाले सिर्फ “झोपड़पट्टी टूरिज्म” कर रहे हैं ।
कांग्रेस ने भी भाजपा पर कसे तंज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव से जब भाजपा नेताओं की इस कदम के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहां यह लोग सिर्फ राजनीति जानते हैं , लोगों की भलाई करना नहीं जानते । कांग्रेस ने “जहां झुग्गी वहां मकान” की स्कीम शुरू की थी। जो वर्तमान भाजपा सरकार करने में असफल रही । वहीं देवेंद्र यादव ने यह भी कहां कि आम आदमी पार्टी सिर्फ इन गरीब लोगों के साथ मज़ाक करना जानती है। पिछले 10 सालों में दिल्ली के अंदर कुछ भी विकास नहीं हुआ है। कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जो झुग्गी वालों के साथ न्याय कर सकती है ।
आखिर दिल्ली की राजनीति में झुग्गियाँ इतनी अहम क्यों ?
आपको बताते चलें ऐसा पहली बार नहीं है जब नेताओं के दौरे ठीक चुनाव से पहले झुग्गी बस्तियों में प्रारंभ हो गए हो । इससे पहले भी भाजपा एवं अन्य पार्टियों के द्वारा झुगियों में रहने वाले लोगों को तरह-तरह के लुभावने वादे किए गए हैं जिससे कि उनका वोट उन लोगों को प्राप्त हो सके।
एक आंकड़े के मुताबिक दिल्ली का हर चौथा वोटर दिल्ली के इन स्लम एरिया में रहता है जहां पर सुविधाओं का अभाव है और हर वर्ष नेताओं के वादे इनको सिर्फ भरोसा देकर जाते हैं । कांग्रेस के वक्त भी राजीव रतन आवास योजना के तहत इन लोगों को घर देने की बात कही गई थी परंतु अभी भी हजारों लोग झुगियों में अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं । वर्तमान में भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इन लोगों को घर देने की बात कहीं गई परंतु स्थितियां वैसे कि वैसे ही है ।
अब देखने वाली बात यह होगी कि कौन इन झुग्गी वासियों को अपनी ओर आकर्षित कर पता है , क्योंकि जो पार्टी इन झुग्गीवासियों का मत प्राप्त करने में सफल रही संभव है दिल्ली में अगली सरकार उसी पार्टी की बने ।