दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में भ्र्ष्टाचार का सबसे बड़ा कारण यही है की यहाँ सत्य का बहुमत नहीं बल्कि भ्र्ष्ट बहुमत है। विधान सभा और लोकसभा में वोटों का नहीं सदस्यों का बहुमत है , यह भृष्ट व्यवस्था बदलनी चाहिए। नई दिल्ली के जंतर मंतर पर सत्य बहुमत के नारे के साथ आगे आई ‘सत्य बहुमत पार्टी’ का यह धरना उसी आंदोलन को देशभर में फ़ैलाने की तैयारी है। रविवार को हुए इस धरने में सैकड़ो की तादाद में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हुए। ‘सत्य बहुमत पार्टी’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई सत्य देव चौधरी का कहना है की वे कई साल से मौजूद व्यवस्था को बदलने की मांग कर रहे थे लेकिन पार्टियां उसे गंभीरता से नहीं ले रही थी यही वजह रही की उन्हें अलग पार्टी बनानी पडी। सत्य देव चौधरी ने कहा इसी मुद्दे को लेकर उनकी पार्टी आगामी लोक सभा चुनाव में दिल्ली की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
सत्य देव चौधरी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव लड़ने से तो इनकार किया लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में जरूर लड़ेगी ताकि युवा इस मुद्दे को समझे।
सत्य बहुमत पार्टी देश में भ्र्ष्टाचार मुक्त राजनैतिक विकल्प देने का तो दावा कर ही रही है साथ ही यह भी मान रही है की देश में भ्रष्टाचार की मुख्य वजह भी यही व्यवस्था है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मौजूद मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले पर बोलते हुए कि उनकी पार्टी विमुद्रिकरण के पक्ष में नहीं है क्योंकि इससे भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगेगी।
सत्य बहुमत पार्टी के इस दावे में कितना दम है यह तो कहना मुश्किल है लेकिन यही सही है की यदि वोटों की बहुमत वाले सरकार बनाती है तो किसी भी सरकार पर गठबंधन का दबाव जरूर काम होगा। यह भी भ्रष्टाचार की एक बड़ी वजह है, बहरहाल अपने गठन के बाद बहुत काम समय में जिस तरह से यह पार्टी आगे बढ़ी है उसे देख लगता है बड़ी संख्या में लोग ‘सत्य बहुमत पार्टी’ की बात से सहमत भी नजर आ रहे हैं। ऐसे में जल्द ही यह पार्टी देश की राजधानी दिल्ली में जड़े जमा ले तो हैरानी की बात नहीं होनी चाहिए।