दिल्ली के रोहिणी में बड़ी तादाद में वरिष्ठ नागरिक इक्क्ठा हुए और सामजिक समस्याओं पर चिंतन किया। साठ , सत्तर और अस्सी साल तक के बुजुर्गो ने इतनी लम्बी जिंदगी के अनुभवो को साझा किया। सभा के माध्यम से बुजुर्गों ने एक मंच बनाकर परिचर्चा की जिसका नाम ” वरिष्ठ नागरिक गपशप मंच ” रखा गया है। इसके माध्यम से बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक जुड़े है और ये वरिष्ठ नागरिक गपशप मंच इस तरह की कई सभाये आयोजित कर चूका है। इस बार ये बुजुर्ग दिल्ली के प्रशांत विहार के अग्रवाल भवन में जमा हुए थे। इन बुजुर्गों की तादात 500 से ज्यादा थी। इसमें मुख्य अतिथि भी बुजुर्गों की संस्था के अध्यक्ष को बनाया गया था। सभा में दहेज़ प्रथा जैसी बुराई पर विशेष रूप से चर्चा की गई। इस मंच का संचालन दिल्ली के पूर्व विधायक राजेश गर्ग ने किया और इस मौके पर बुजुर्गो की पेंशन योजना पर भी काफी चर्चा हुई। बुजुर्गो का कहना था की जरूरत की जगह वृद्धावस्था पेंशन का लाभ न मिलकर बाकी ऐसे लोगों को दी जा रही है जिन्हें इनकी जरूरत भी नही है। साथ ही साठ वर्ष से अधिक उम्र पर एक हजार रूपये और सत्तर साल से अधिक उम्र पर 1500 रूपये नाकाफी है क्योंकि इतने रूपये तो सत्तर साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग के दवाइयों पर ही खर्च हो जाते है।
इस कार्य्रक्रम में में जो वरिष्ठ नागरिक मौजूद थे उनमे शिक्षक , न्यायधीश , डॉक्टर्स जैसे अलग अलग क्षेत्रो से थे और सभी ने अपने अपने सुझाव समाज के लिए साझा किये। इस सीनियर सिटीजन क्लब में महिलाये और पुरुष दोनों काफी संख्या में थे और इस मौके पर रोहिणी से पूर्व विधायक राजेश गर्ग ने कुछ सर्वे और कागजातों आधार पर दावा किया की उन्होंने दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम दोनों की बुजुर्गो की पेंशन का सर्वे किया और बताया रोहिणी ज़ोन में साइट पर 38 हजार लोगो की पेंशन बनी है लेकिन क्षेत्र में 24 हजार लोगो को ही पेंशन मिल रही है। इसमें बुजुर्गो के नाम पर भी बड़ा घोटाला है।
इस वरिष्ठ नागरिक गपशप मंच में जो बुजुर्ग जमा हुए उसे हम महज संख्या से नही आंक सकते क्योंकि इनमें से एक एक के पास समाज के लिए अनुभवो का भंडार है जिसकी कोई कीमत नही ,जरूरत है इनके कई वर्षों से जमा अनुभवो का फायदा समाज उठाये।
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