दिल्ली नगर निगम को भ्रष्टाचार का पर्यायवाची पहले ही कहा जाता रहा है लेकिन उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नांगलोई पश्चिमी , वार्ड -31 तो एक के बाद एक भ्रष्टाचार के मामलों के लिये सबसे ज्यादा चर्चित रहा है।
पेंशन घोटाला , भवन निर्माण में घोटाला , और तो और डेंगू के प्रकोप के बीच मच्छरदानी घोटाले की खबर भी इसी वार्ड से आयी थी।
कभी घोटाला , कभी अवैध कब्ज़ा तो कभी वसूली के आरोप इस वार्ड के निगम पार्षद और उनके पति पर लगते ही रहे हैं।
लेकिन अब स्थानीय लोगों ने ही ठान ली है की अब वो अपने वार्ड को भ्रष्टाचार मुक्त भी बनायेंगे और मौजूदा निगम पार्षद और उनके पति के काले कारनामों की पोल भी खोलेंगे।
संघर्ष समिती नांगलोई के मंच से कुछ समाजसेवियों ने पोल खोल अभियान की शुरुआत की है , जिसके तहत वो क्षेत्र की जनता को जागरूक करेंगे।
संघर्ष समिति के सदस्यों का कहना है की तमाम सबूतों के साथ भ्रष्टाचार को उजागर करने के बावजूद भी निगम प्रसाशन की तरफ से कोई करवाई नहीं की गयी।
लिहाजा जनता अब खुद ही भ्रष्ट जनप्रतिनिधि का फैसला करेगी।
जब अधिकारी और नेता शिकायतों को देखते हुए भी आँखें मूंदे रहे तो जनता को ही सजग होना पड़ता है , भ्रष्ट तंत्र को बदलने के लिये। यही चेतना अब नांगलोई पश्चिम वार्ड -31 के लोगों में भी देखी जा रही है।
अब देखना होगा की आगामी निगम चुनाव में नांगलोई की जनता घोटालों का जवाब कैसे देती है।
ऊपर देखें विडियो रिपोर्ट।