सोशल ट्रेड के नाम पर 37 अरब ऑनलाइन की ठगी के आरोपी अनुभव मित्तल अभी जेल में है और बहार उनके लाखों समर्थक उनके पक्ष में प्रदर्शन कर रहे है। आज फिर जतंर मंतर पर सोशल ट्रेड और उनके मालिक अनुभव मित्तल के पक्ष में दिन भर प्रदर्शन किया और आरोप लगाया की सोशल ट्रेड और अनुभव मित्तल के खिलाफ कार्यवाई एक साजिश है। इस प्रदर्शन में जमा हज़ारों की भीड़ यह समझने के लिए काफी है की सरकार और जांच एजेंसियाँ चाहे कुछ भी कहे लेकिन सोशल ट्रेड से जुड़े लाखों लोगों का भरोसा अभी भी अनुभव मित्तल पर कायम है। इस प्रदर्शन में पहुँचे लोगों में महिलाओं की संख्या भी कम नही थी। सोशल ट्रेड के लाखों निवेशक मानते है की अनुभव मित्तल कोइ ठगी नहीं कर रहे थे। सभी लेनदेन ऑनलाइन किया जा रहा था। इन लोगों में यूपी सरकार के कुछ नेताओं पर अवैध उगाही का आरोप लगाया। उन्हें पैसे नहीं दिए तो यह करवाई हुयी। इन हज़ारों लोगों ने यूपी सरकार से भी जवाब मांगा और केंद्र की मोदी सरकार से भी हस्तक्षेप की मांग की।
जंतर मंतर पर पहुँचे इन हज़ारों लोगों ने अनुभव मित्तल की गिरफ्तारी को देश की विकास और डिजिटल इंडिया के प्रधान मंत्री की सोच पर चोट करार दिया है। इन्होंने कहा की यह अनुभव मित्तल फेसबुक का विकल्प बनाने की और अग्रसर थी। देश के विकास और स्वदेशी कारण की दिशा में क्रांतिकारी कदम था। लेकिन एसटीएफ और राजनैतिक पार्टी के दबाव में कंपनी को ही बंद कर दिया गया। इन्होंने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके सरकार से भी इस पर हस्तक्षेप की मांग की।
नयी दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे इन हज़ारों लोगों के सैकड़ो सवाल है जिनका जबाब ये मांग रहे है। लेकिन हैरत की बात है की इन लोगों इन सवालों पर किसी भी सरकारी एजेंसी पर कोइ सफाई नहीं आ रही है। इन लोगों के तेवर तो तादाद देखकर लगता है की सोशल ट्रेड और अनुभव मित्तल के समर्थकों का भरोसा तमाम करवाई के बावजूद भी अनुभव मित्तल पर कायम है।