राजनीति – सभी पार्टीयां साल 2018 में होने वाले चुनावों के लिये कमर कस्ते हुए नजर आ रहे हैं इसी कड़ी में नेता आज़म ख़ान ने कहा है कि 2019 लोकसभा चुनाव के लिए ज़्यादा से ज़्यादा दलों को साथ आना चाहिए ख़ासकर समान विचार वाले दलों को एक साथ होना ही चाहिए।जी हॉ यह बात किस के खिलाफ एक साथ आने के लिए कहीं गया अंदाज़ा तो आपको लग ही गया होगा,और वो हैं देश के मौजूदा प्रधानमंत्री मोदी क्योकि हर कोई जानता है कि 2019 में मोदी लहर के आने कि संभावना नज़र आ रही है। जिसके चलते कई राजनैतिक दल एक होने लगे है।इसका सबसे बड़ा नज़ारा हाल ही में देखने को मिला जहॉ लखनऊ में मायावती ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर समाजवादी पार्टी के साथ समझौते की घोषणा की, हालांकि उन्होंने फूलपुर और गोरखपुर में लोकसभा उपचुनाव के लिए सपा के साथ किसी तरह के करार पर सीधे कुछ नहीं कहा।बात साफ है कि, ब.स.पा किसी भी प्रकार की टिप्पी से बच रही है। बड़ी पार्टियो का भाजपा के खिलाफ गठजोड़ बिहार चुनाव में हम देख ही चुके है। और एक के बाद एक भाजपा का रथ भी जहॉ जाता है वहॉ विजय होकर ही लौटता है। मोदी लहर को अन्य राजनेतओ ने पहले भी 2014 में नज़र अंदाज़ किया था। और खामियाज़ा सभी ने देखागौरतलब यह कि 2014 के बाद से भी भारत में मोदी के सामने कोई नेता नही टिक पाया है। और न हि उनकी छवी का मुकाबला कर पाया। उनकी फैंन फोलोविंग के सामन सभी राजनैता फ़िके समान ही है, तो अब देखना यह होगा कि भारतीय राजनैता 2019 में मोदी का सामना कैसे कर पाते है।