राजधानी दिल्ली में निगम के स्कूलों की हालत किसी से छुपी नहीं है । ना तो वक्त पर बच्चों को किताबें मिलती हैं और ना ही जूते और स्कूल की वर्दी…. आलम तो ये है की निगम स्कूलों में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चे स्कूलों में डेस्क ना होने के कारण जमीन पर बैठ कर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर है। बेंच और डेस्क की कमी के कारण निगम के लगभग हर स्कूल के बच्चे इन्ही हालातों से जूझ रहे हैं । चाहे सर्दी हो या फिर गर्मी बच्चों को इन फटी पूरानी टाट पट्टीयों पर ही बैठना पड़ता है जिससे ना तो ज़मीन की ठंड से बचाव होगा है और ना ही कपड़े गंदे होने बच पाते हैं। इस विषय की गंभीरता को देखते हुए जहांगीर पुरी की निगम पार्षद पुनम बागड़ी सीविक सैंटर में सदन के दौरान काफी नाराज दिखीं। भाजपा शर्म करो बच्चों के डेस्कों का प्रबंध करो इस नारे के साथ पुनम बागड़ी ने सदन में ही धरना दे दिया । और साफ किया की जब तक बच्चों के पढ़ने के लिये डेस्क का प्रबंध नहीं होगा वो । यूं ही ज़मीन पर बैठी रहेगीं। मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए कई अन्य निगम पार्षद भी पूनम बागड़ी के साथ ज़मीन पर बैठ गये । मामले की गंभीरता को विपक्ष के साथ पक्ष ने भी समझा और महापौर महोदय से इसके लिये जल्द से जल्द सुलझाने और कोई ठोस कदम उठाने का अनुरोध किया । सभी निगम पार्षदों ने माने की ये एक गंभीर विषय है और इसका जल्द ही निदान हो ।