दिल्ली पुलिस इन दिनों एक अजीब सी दादागिरी पर उतर आई है। वह लोगों से पहले उनके वाहन जब्त कर लेती है, और छोड़ने के नाम पर महीनो दौड़ाती रहती है। हैरानी की बात यह है कि जब्त भी पुलिस वाहन की जिम्मेदारी नहीं लेती, जिससे जब्त ट्रैक्टरों के पार्ट्स रोज चोरी हो रहे हैं। ताज़ा मामला बवाना थाने का है।
वीओ बवाना थाने के बाहर खड़े ये वही ट्रैक्टर हैं, जिन्हे कागजात के आभाव में और गैरकानूनी रूप से पानी बेचने के आरोप में स्थानीय एसडीएम के आदेश पर जब्त किया गया है। इनके मालिकों का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से वह इन्हे छुड़ाने के लिए लोग थाने और एसडीएम ऑफिस के चक्कर लग रहे है लेकिन ट्रैक्टर नहीं मिल रहा है। इनका कहना है कि ट्रैक्टर छुड़ाने के लिए चालान की जरुरत होती है जो एसडीएम ऑफिस से बनता है, लेकिन एसडीएम ऑफिस पुलिस से कलंदरे की मांग कर रहे हैं।
थाने वालों का कहना है कि उन्होंने कलंदरा एसडीएम ऑफिस भेज दिया है , लेकिन वह आज तक एसडीएम ऑफिस नहीं पहुँच पाया है। उधर रोज रोज थाने के बाहर खड़ी उनकी गाड़ी से सामान चोरी हो रहे हैं।