दिल्ली दर्पण टीवी
जहांगीरपुरी थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा छापे मे मिले पौने दो कुंतल गांजे को बाज़ार में बेचने का सनसनीखेज आरोप है। डीसीपी विजयंता र्या ने मामले की जांच कराई है। दो पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध है। 11 सितंबर को जहांगीरपुरी थाने की टीम ने दावा किया कि अनिल नाम के शख्स से 920 ग्राम गांजा बरामद हुआ है। एक किलोग्राम से कम गांजा होने पर थाने से जमानत का नियम है, लिहाजा आरोपी उसी दिन रिहा हो गया। बाद में गांजा अधिक होने की बात सामने आने पर जांच की गई।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, भारत नगर थाने के एएसआई की मुखबिरी पर ये छापा जहांगीरपुरी में पड़ा था। पहले हेडकांस्टेबल हरफूल और कास्टेबल सोनू राठी अनिल के घर पहुंचे थे। फिर पुलिस ने अनिल के किराए के मकान पर छापा मारकर छह बैद में गांजे की पुडिया बरामद की। इस वजन एक कुंतल 70 किलोग्राम था।
आरोप है कि पुलिसकर्मी आरोपी और गांजे को पहले पास के बूथ में ले गए, तब थाना ले गए। थाने में 920 ग्राम गांजा ही दिखाया। शेष गांजे का बैग मालखाने वाले कमरे में रख दिया। मालखाना मुहर्रिर ने बिना एंट्री का बैद देखा तो हंगामा कर दिया। आरोप है कि 15 सितंबर को इलाके के घोषित बदमाश अलीशेर की सहायता से बाकी के गांजे को आजादपुर में बेच दिया गया।