26 फिर उतरे सडक पर, जिला उपायुक्त को सोंपा ज्ञापन, कहा हमें निगम के नरक में नहीं जान
मनोज सूर्यवंशी, दिल्ली दर्पण टीवी
फरीदाबाद के 26 गांव को नगर निगम में शामिल किए जाने का विरोध शांत होने का नाम नहीं ले रहा है, फिर एक बार 26 गांव के युवा, पंच सरपंच और बुजुर्ग अपने पूरे दलबल के साथ लघु सचिवालय पहुंचे और अपनी पंचायतों से पास करवाया हुआ रेजूलेशन जिला उपायुक्त को सोंपा, जिसमें लिखा गया कि उनकी पंचायतें निगम में शामिल नहीं होना चाहती हैं।
गांव के युवा, पंच सरपंच और बुजुर्ग ने उठाई एमसीडी के खिलाफ आवाज़
हाथों में विरोधस्वरूप लिखी हुई तख्तियां, जुबान से निकलते हुए विरोध स्वर उन ग्रामीणों के हैं जिनके गांवों को सरकार नगर निगम में शामिल करने की कवायद कर रही है जो कि ये प्रदर्शनकारी ग्रामीण अपने गांवों को निगम में शामिल करने के लिये पहले दिन से ही मना कर रहे हैं।
26 गांव को नगर निगम में लिए जाने को लेकर ग्रामीणों ने इससे पहले अपने अपने हल्का के विधायकों और नेताओं को ज्ञापन दिए, यहां तक कि युवाओं ने गांवों को नगर निगम में शामिल ना करने को लेकर अपने खून से लिखे पत्र को भी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को भी भेजा लेकिन अभी तक इसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
इसी के चलते 26 गांव में से करीब 13 गांवों के पंच सरपंचों ने अपनी पंचायतों से रेजूलेशन पास करवा के जिला उपायुक्त को सोंपा है जिसमें लिखा गया है कि उनकी पंचायतें नगर निगम में शामिल होना नहीं चाहती हैं। जिसपर जिला उपायुक्त ने उन्हें भरोषा दिलाया है कि उनकी मांगा को वह आगे तक पहुंचायेंगे।
गांव चंदावली निवासी जसवंत पवार ने बताया कि हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला ने कहा कि जिन गांव ने नगर निगम के खिलाफ अपने रेजूलेशन दे दिए हैं ऐसे किसी भी गांव को जबरदस्ती नगर निगम में शामिल नहीं किया जाएगा। फरीदाबाद नगर निगम पहले से ही बहुत कंगाल और घोटाले बाज भी है, आए दिन नगर निगम में नये-नये घोटाले उजागर होते हैं। अगर यह गांव भी नगर निगम में आ गए तो इन खुशहाल गांव को भी नरक बना दिया जाएगा।