पुनीत गुप्ता, संवाददाता
नई दिल्ली || राजधानी दिल्ली में एमसीडी चुनाव होने में अभी एक साल से भी अधिक समय है, लेकिन दिल्ली बीजेपी अभी से ही चुनावी तैयारी शुरू चुकी है। लेकिन दूसरी तरफ पूरी दिल्ली में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। एक तरफ लोग सड़कों, गलियों और मुहल्ले में फैली गंदगी से परेशान हैं, तो एमसीडी के चतुर श्रेणी के कर्मचारी महीनों से वेतन नहीं मिलने से तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। सफाईकर्मी से लेकर स्वास्थ्यकर्मी और शिक्षाकर्मी तक को पिछले पांच—छह माह से वेतन नहीं मिला है। बीजेपी संचालित एमसीडी फंड का रोना रो रही है और उसने इसके लिए दिल्ली सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है। दूसरी तरफ दिल्ली सरकार निगम की बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार और अकुलश प्रशासन का आरोप लगा रही है। दोनों सदन से लेकर सड़क तक एक—दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे हैं।
इनके साथ ही दिल्ली बीजेपी अपने 22साल के वनवास को खत्म करने की तैयारी कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता का कहना है कि हमें दिल्ली में सत्ता की वापसी करनी है। इसकी शुरूआत नगर निगम चुनाव 2022 से ही होगी।उन्होंने कहा कि इसके जरिए दिल्ली की सत्ता में भाजपा की सरकार बनाने के लिए काम करना है। बीजेपी ने इसी के साथ वर्ष 2022 में आने वाले दिल्ली निगम चुनाव की भी तैयारियां शुरू करने की घोषण की है।
इस बावत दिल्ली बीजेपी के नवनियुक्त प्रभारी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा और सह प्रभारी व राष्ट्रीय मंत्री डॉ. अलका गुर्जर 19 नवंबर की शाम पार्टी कार्यालय में आयोजित एक अहम बैठक में शामिल हुए। उन्होंने सबके साथ मिलकर संगठन को मजबूती देने और कार्यकर्ताओं के बीच सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि मंडल अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक का सफर भाजपा में ही संभव है, इसके लिए पहली शर्त है निष्पक्षता और मिलनसार स्वभाव।
उन्होंने अपनी बात बढ़ाते हुए कहा कि जब भारतीय जनता पार्टी बढ़ेगी तो हम भी बढ़ेंगे, क्योंकि पार्टी हमारे लिए एक परिवार है। पार्टी से जुड़े सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी, नेताओं के लिए देश सर्वोपरि है। एक सच्चा कार्यकर्ता वही है जो दूसरों के दुख दर्द को समझकर उसे हल करने के लिए काम करता है। भाजपा कार्यकर्ता कोरोना संकट में गरीबों और जरूरतमंदों के दुख को समझकर उनकी मदद के लिए आगे आए हैं।
इस मौके पर उन्होंने टीम वर्क से संगठन को मजबूती मिलने की बात कही। दिल्ली बीजेपी के लिए यह बैठक अहम इसलिए थी, क्योंकि इसमें प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी, सांसद मीनाक्षी लेखी, व प्रवेश साहिब सिंह, विधायक विजेंद्र गुप्ता सहित अन्य नेता मौजूद थे।