मुकेश राणा, सवांददाता
दिल्ली।। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने मानव तस्करी के एक बड़े गैंग का खुलासा किया है। इस मामले में 4 महिलाओं सही कुल 8 लोग गिरफ्तार हुए है जबकि 2 बच्चो को इस गैंग के कब्जे से बरामद किया है।
इनमें एक 3 महीना और एक डेढ़ महीने के बच्चे हैं जिन्हें अभी 1 से 2 महीने पहले अगवा किया गया था।दरअसल दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट मानव तस्करों पर नजर रखती है,
22 अक्टूबर को गुड़गांव की झुग्गी बस्ती में रहने वाली एक महिला भिखारी ने पुलिस को सूचना दी कि वो अपने 3 महीने के बच्चे के साथ मोती बाग गुरुद्रारे के पास भीख मांग रही थी। तभी अचानक इसके पास एक महिला आई और इस से बातचीत करने लगी थोड़ी देर बाद उस महिला ने कहा कि तुम जाकर गुरुद्रारे से अपने लिए कुछ खाना ले आओ तब तक मैं तुम्हारे बच्चे का ख्याल रखूंगी। महिला बच्चे को छोड़कर अंदर चली गई, लेकिन जैसे ही खाना लेकर वापस लौटी तो देखा कि ना तो वो महिला और ना ही बच्चा वहां मौजूद था। वो महिला बच्चे को लेकर वहां से गायब हो चुकी थी।
मामले की गंभीरता देखते हुए, पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली और क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी। इसी दौरान क्राइम ब्रांच के एक कांस्टेबल को सूचना मिली कि एक गैंग है जो दिल्ली के गुरुद्रारे, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर पर सक्रीय है और वहां से बच्चों को उठाते हैं।
जिसके बाद सबसे पहले क्राइम ब्रांच ने मानव तस्करी का गैंग चलाने वाले गोपाल को हिरासत में लिया। गोपाल के गिरफ्त में आते ही पूरे गैंग से पर्दा उठा गया। गोपाल ने कई चौकाने वाली जानकारियां पुलिस को दी। गोपाल ने बताया कि पैसों के लालच में उसने अपने गैंग के साथ मिलकर कई बच्चो को बेचा है।पुलिस ने इस मामले में गोपाल के अन्य सहयोगी, पंकज, पिंकी, दीपा, मनोज, श्रष्टि, गीता, ज्योति और मुरारी लाल को भी गिरफ्तार कर लिया है। जांच में खुलासा हुआ है कि ये गैंग अब तक बहुत से बच्चो को अगवा कर आगे बेच चुका है।
यह भी पढ़े – किन्नर समाज ने कराई 21 जोडे़ युवक युवतियों की शादी