राकेश चावला, संवाददाता
दिल्ली में छठ पूजा मनाने को लेकर राजनीति गरमा गई है, एक ओर सरकार दिल्ली में छठ पूजा ना बनाने को लेकर पूर्वांचली श्रद्धालुओं को मना कर रही है। वहीं दूसरी ओर पूर्वांचली सरकार को चेतावनी देते हुए चेता रहे हैं कि दिल्ली में छठ पूजा मनाई जाएगी।यह त्यौहार पूर्वांचलियों की आस्था का प्रतीक है और पिछले कई सालों से लगातार दिल्ली में इसकी धूम देखने को मिलती ही रही है।
दिल्ली प्रदेश पूर्वांचल मोर्चा के तहत प्रदेश महामंत्री श्री दिनेश प्रताप सिंह और पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष कौशल मिश्रा के नेतृत्व में केजरीवाल सरकार द्वारा छठ पूजा प्रतिबंधित करने के विरोध में केजरीवाल के निवास पर धरना प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री आवास का घेराव
हम पूर्वांचलियों के सबसे पवित्र पर्व छठ महापर्व के दिल्ली मे सार्वजनिक आयोजन पर प्रतिबंध के दिल्ली की केजरीवाल सरकार के तुगलकी फरमान के खिलाफ पूर्वांचलियों द्वरा चंदगीराम अखाड़ा पर सामूहिक विरोध प्रदर्शन एवं मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया गया।
बीजेपी के बैनर तले पूर्वांचल के करीब 200 लोग आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर धरना प्रदर्शन करने के लिए आए। पुलिस ने इन लोगों को चंदगीराम अखाड़े से विकास भवन तक जाने की परमिशन दी।
उसके बाद पर्दाशनकरियों की घेराबंदी कर आगे नही जाने दिया गया। ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था ना हो, भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच प्रदर्शनकारियों ने धक्का-मुक्की भी की। पुलिस ने पूरी तरह से लोगों पर काबू बनाए रखा ताकि किसी प्रकार की अराजकता ना हो। प्रदर्शनकारी लगातार दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर दिल्ली में छठ पर्व मनाने की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली सरकार को चेताते हुए कहा कि दिल्ली में छठ पूर्व मनाया जाएगा. साथ ही कहा कि पूर्वांचल के लोग पूरी तरह से सामर्थ रखते हैं कि बिना सरकार के सहयोग के बीच छठ पूर्व मनाया जा सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि अभी छठ पूजा के आयोजन में महज कुछ ही दिनों का समय बाकी है। दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार मिलकर छठ पूजा मनाने के लिए पूर्वांचलियों को अनुमति देती है या विरोध के बीच पूर्वांचली दिल्ली में छठ पूर्व को मनाएंगे।