शिवानी मोरवाल, संवाददाता
दिल्ली एनसीआर।। दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर के चलते सबसे ज्यादा संकट कही ना कही बाजारों पर छाया हुआ है.क्योकि त्यौहारों के चलते लोगों ने बाजारों मे इतनी भीड़ इक्कठी कर दी की अब सरकार लॉकडाउन यानी एक ऐसी व्यावस्था की सोच रही है जिससे इस भीड़ पर काबू पा ली जाए।
इस बारे में जब व्यापारियों से पुछा गया कि क्या दिल्ली मे फिर से लॉकडाउन लगना चाहिए तो उनका साफ तौर पर कहना था की हम पहले लगे लॉकडाउन से अभी उभरे नहीं है और दुसरे लॉकडाउन को झेलने की हिम्मत नहीं है और साथ ही अब सरकार को लॉकडाउन नही बल्कि कोई ऐसा उपाये निकालना चाहिये जिससे लोगों के साथ-साथ व्यापारियों यानी हमे भी कोई परेशानी ना हो।
और जब लोगों से पुछा गया की सरकार को लॉकडाउन लगाना चाहिए या नहीं तो उनका भी यही कहना था की सरकार को लॉकडाउन नहीं लगाना चाहिए बल्कि बाजारों का समय तय कर देना चाहिए या फिर एक ऐसा क्फयू लगा देना चाहिए जिससे ये तय हो जाए की मार्केंट कब खुलेगी और कब बंद होगी पर लॉकडाउन कोई उपाय नही क्योकि लोग कही ना कही आर्थिक तंगी से परेशान है।
पर अब पूरा फैसला दिल्ली सरकार के ऊपर है कि वो दिल्ली मे कोरोना की तीसरी लहर को कैसे रोकती है।