शिवानी मोरवाल, दिल्ली दर्पण टीवी
दिल्ली में बढ़ते कोरोना के साथ – साथ त्यौहारों की चमक भी फिकी पढ़ गई है। जिस तरह से मार्च मे ही कोरोना के देखते हुए पूरे देश मे लॉकलाउन की घोषणा हो गई थी उसके बाद से ही देश मे बड़े से लेकर छोटे अधिकतर सभी कामों पर रोक लग गई थी। जिसके बाद हर साल की तरह इस साल भी अगस्त के महीनें से ही त्यौहारों ने अपनी हलचल से दस्तक दे दी है पर इस बार कही ना कही हलचल सुनी और फिकी पड़ी दिखी पर जब भी लोगो को सबसे ज्यादा उम्मीद आने वाला त्यौहार यानी दीवाली को लेकर है।
पर दुकानदारों की माने तो उनका कहना है कि इस बार की दिवाली हर साल की दिवाली से काफी अलग यानी सूनी और फिकी पड़ने वाली है क्योकि इस बार ना ही लोग घर से बाहर निकल रहै और ना ही लोगो खरीददारी कर रहै है जिससे कही ना कही दुकानदारों की भी उम्मीद टूटती दिख रही है। और वही लोगो माने तो उनका कहना है कि हमारी स्थिति लॉकडाउन के बाद इतनी खराब हो गई है कि त्यौहारों को मनाने की भी उम्मीद पूरी तरह से टूट चुकी है। पर अब देखना ये होगा की क्या इस बार दिवाली सुनी पड़ जायेगी या कोरोना के चलते लोगो के जीवन मे खुशियां भर देगी।