नेहा राठौड़, संवाददाता
नई दिल्ली।।चीन के वुहान से आये कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार भले ही धीमी हो गई हो, लेकिन उसका अभी अंत नहीं हुआ है। कोरोना के कहर वरपाने के बाद ब्रिटेन में वायरस का नया रुप स्ट्रेन का संक्रमण तेजी से होने लगा है। उसके मिलने से एक बार फिर सभी देशों में डर का माहौल पैदा हो गया है, भारत में भी इसके फैलने की आशंका बन गई है।
इसे देखते हुए भारत सरकार ने तुरंत निर्णय लेते हुए 22 दिसंबर की आधी रात से ब्रिटेन से आने जाने वाली सभी उड़ाने 31 दिसंबर तक बंद कर दी गई है। पहले आये यात्रियों की एयरपोर्ट पर ही आरटी, पीसीसी जांच की जाएगी। जांच की रिपोर्ट आने तक उन्हें वहीं रोक दिया गया। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी उन्हें सात दिन के लिए घर पर क्वारंटीन रहना होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि डरने की कोई बात नहीं। ब्रिटेन में वायरस के नया रुप को भारत में फैलने से रोकने के लिए सरकार पूरी तरह सतर्क है। घबड़ाने की कोई जरूरत नहीं है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी इस बावत बताया कि ब्रिटेन में वायरस की स्थिति को देखते हुए सरकार ने ब्रिटेन से आने जाने वाली उड़ानों पर रोक लगाने का फैसला लिया है, लेकिन कार्गो विमानों पर कोई रोक नहीं लगाई गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य़ सचिव राजेश भुषण ने सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को हर एयरपोर्ट पर एक हेल्प डेस्क लगाने का आदेश दिया है।
ब्रिटेन के कुछ जगहों पर वायरस का नया रुप बी.1.17 की पहचान की गई है। यह बहुत तेजी से फैलने वाला स्ट्रेन है। इसकी वजह से संक्रमण में प्रोटीन संरचना में तेजी से बदलाव देखने को भी मिले है। भारत समेत कई देशों ने सतर्कता बरतते हुए ब्रिटेन की उड़ाने बंद कर दी है।उल्लेखनीय है कि स्ट्रेन के मिलने के बाद से इसे ‘यूरोप का बीमार’ एक नया नाम दिया गया है। ब्रिटेन से कई देशों समेत फ्रांस ने भी संपर्क काट लिया है, जिससे आर्थिक संकट बढ़ने के आसार हो सकते है।
फ्रांस द्वारा सीमा के एलान के बाद से ही ब्रिटेन की सुपर मार्किट में भीड़ उमड़ पड़ी। क्रिसमिस और नए साल से पहले हालात खराब होने की संभावना है। इसी डर से लोगों ने इतनी खरीदारी कर ली कि पुरी मार्किट ही खाली हो गई। लोगों ने जरूरत का सामान घर में जमा कर लिया है ताकि बाद में परेशानी का सामना न करना पड़े, जैसे लॉकडाउन की वजह से लोगों को झेलनी पड़ी थी।
नए वायरस की जानकारी मिलते ही ब्रिटेन सरकार ने लंदन और आसपास कि जगहों में करीब 1.60 लोगों पर कड़ी पाबंदियां लगा दी है और त्योहार के लिए सरकार की तरफ से जो भी छूट मिली थी उसे भी वापस ले लिया गया है।