डिम्पल भारद्वाज, संवाददाता
दिल्ली।। दिल्ली में प्रदर्शन की लहर तेज़ है जहां दिल्ली की सभी सीमाओं पर किसान कृषि कानून को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं दुसरी ओर किसानों के समर्थन में दिल्ली कांग्रेस के नेता भी सड़कों पर उतरने लगे हैं। दिल्ली बीजेपी कार्यलाय पर दिल्ली कांग्रेस नेताओं ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए भाजपा मुख्यालय के समक्ष मंगलवार को ज़ोरदार प्रदर्शन किया।
भाजपा कार्यालय तक कांग्रेस के नेताओं को ना जाने देने कि लिये भारी मात्रा में पुलिस पहले से ही मौजूद थी। पुलिस ने कांग्रेस दल के सभी नेताओं को रोकने के लिए दो तरफा बेरीकेटिंग की हुई थी। इससे पहले की कांग्रेस दल का कोई भी नेता बेरीकेटिंग को पार कर पाते उससे पहले ही कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि यदि कृषि कानूनों को उनके वर्तमान स्वरूप में लागू किया गया तो देश का कृषि क्षेत्र बड़े कंपनी समूहों के नियंत्रण में चला जाएगा। जिससे पूरी तरह किसानों पर मार पड़ेगी। उन्होंने कहा, ‘‘किसान विरोधी कानून कृषि क्षेत्र को बर्बाद कर देगा और किसान के हितों को नुकसान पहुंचाएगा।’’ प्रदर्शन करने वालों में पूर्व केन्द्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ, दिल्ली कांग्रेस के उपाध्यक्ष जयकिशन, अभिषेक दत्त, मुदित अग्रवाल, शिवानी चोपड़ा और अली मेहंदी, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अमृता धवन, पूर्व विधायक राजेश लिलौठिया, नॉर्थ एमसीडी में कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल,मतीन अहमद, विजय लोचाव और अन्य शामिल थे।
सभी ने एक सूर में कृषि कानून को वापिस लेने की मांग की और कहा की अगर केंद्र सरकार यूं ही मनमानी करती रही तो जल्द ही देश की जनता उन्हें इसका जवाब देगी।