काव्या बजाज, संवाददाता
नई दिल्ली।।किसान अब आंदोलन के साथ – साथ मार्च करने की तैयारियों में जुट गए है। उनका कहना है कि अगर सरकार ये तीनों कृषि कानून वापस नहीं लेती तो वह 31 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर से ट्रेक्टर पर मार्च करेंगे। किसानों की योजना है कि वह सिंघु बॉर्डर से टीकरी बॉर्डर और वहां से शाहजहां बॉर्डर तक मार्च करेंगे। जिसके बाद ये आंदोलन और भी ज्यादा विशाल रुप ले लेगा।
आपको बता दें कि कृषि कानून के विरोध में किसान महीने भर से आंदोलन कर रहे है। और लगातार सरकार से यह मांग कर रहे है कि तीनों कानून वापस लिए जाए। जिसे लेकर सरकार और किसानों के बीच 5 बार वार्तालाप भी हो चुकी है लेकिन फिलहाल समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया है। सरकार ने किसानों से कई बार इस समस्या को सुलझाने की कोशिश भी की है लेकिन किसान भी अपनी ही मांगो पर डटे हुए है।
30 दिसंबर को किसान और सरकार में एक बार फिर बातचीत होने जा रही है। किसानों का कहना है कि अगर अब भी मुद्दे का कोई हल नहीं निकल पाता तो वह मार्च का रास्ता अपनाना पड़ेगा। इस आंदोलन की वजह से दिल्ली वालों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। ऐसे में सबकी निगाहें इसी पर अटकी हुई है कि यह मुद्दा सुलझ पाता है या नहीं। या ऐसे ही दिल्ली वासियों को दुविधाओं का सामना करना पड़ेगा।