काव्या बजाज, संवाददाता
नई दिल्ली।। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसानों को वाई – फ़ाई की सुविधा देने जा रहे हैं। पार्टी का कहना है कि किसान महीने भर से काले कानून के खिलाफ अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। जिसकी वजह से वह ना तो अपने घर जा पा रहे हैं और ना ही घर पर बात कर पा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा का कहना है कि अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी हमेशा से किसानों की सेवा के लिए तत्पर रही है। सर्दी की वजह से कई बुज़ुर्ग किसानों की जान भी जा चुकी हैं। ऐसे हालातों से किसानों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने हर संभव कोशिश की है जिसमें लंगर और कंबल की सेवा भी किसानों को दी गई है।
पार्टी का कहना है कि बॉर्डर पर नेटवर्क की सुविधा ना होने की वजह से किसानों को अपने घर पर संपर्क करने में काफी परेशानियां हो रही है। यह बात किसानों ने खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सिंघु बार्डर के दौरे के समय बताई थीं, ऐसा आप नेता राघव चड्ढा का कहना है।
किसान आंदोलन में किसानों की समस्या को सुधारने के लिए तो सभी पार्टियां सबसे आगे है या यूँ कहे कि राजनीति का खेल खेलने के लिए तत्पर है। लेकिन इन सब के बीच सभी सरकार अपने राज्य की जनता और कर्मचारियों को भूल जाती है। ऐसा ही कुछ हाल देश की राजधानी दिल्ली का भी है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल एक तरफ बॉर्डर पर रह रहे किसानों को फ्री वाई – फाई की सुविधा देने जा रहे है। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी वेतन ना मिलने की वजह से दुविधाओं से जूझ रहे है। और हड़ताल पर जाने को मजबूर है। जिसकी वजह से लोगों के घरों में भी कई दिनों से पानी नहीं पहुँच रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर सरकार वाई फाई की सुविधा दे सकती है तो कर्मचारियों का वेतन क्यों नहीं।