शिवानी मोरवाल, संवाददाता
नई दिल्ली।। इस साल 2020 के आते ही लोगों में कुछ अलग तरह का उत्साह था पर किसी को यह नहीं पता था कि यह उत्साह लॉकडाउन में कहीं गुम हो जाएगा। लॉकडाउन की बात करें तो मार्च से ही देश में बढ़ते कोरोना को देखते हुए हर तरह की अधिकतर सभी चीजों को बंद कर दिया था जिससे सभी लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ीं।चाहे वो परिवार से दूर होने की हो या नौकरी के चले जाने की समस्या, हर किसी के लिए 2020 परेशानियों से भरा निकला।
कोरोना ने 2020 में लोगों पर ही नहीं, बल्कि हर एक त्योहार पर अपना असर छोड़ दिया जिसके चलते यह साल कोई जानकर भी भूल नहीं पाएगा।साल 2020 के बारे में लोगों का कहना है कि यह साल हमारे लिए ही नहीं बल्कि हर एक के लिए काफी परेशानी का साल रहा है। किसी ने अपने परिवार के सदस्यों को जुदा होता देखा तो किसी ने भूख के मारे इंसान को रोता देखा।
2020 में जिसकी जान बची वो कही न कहीे बहुत ही खुशनसीब रहै इसी कड़ी में जब कुछ युवा छात्रों से पूछा गया कि कैसा रहा 2020, तो उनका यही कहना था कि 1 साल तो बरबाद गया ही पर साथ ही पढ़ाई पर जो असर पड़ा वो काफी नुकसानदायक साबित हुआ। अब आने वाले कुछ समय बाद एग्ज़ाम शुरु होने वाले हैं पर तैयारी कुछ नहीं है। अब जो उम्मीद है वो सिर्फ और सिर्फ आने वाले 2021 से है।
जाहिर है 2021 को लेकर लोगों में अब काफी उम्मीद है क्योंकि वैक्सीन का भी समय काफी नजदीक आ चुका है। लोगों का यह भी कहना है कि 2021 में सब कुछ ठीक हो जाए जिससे सब पहले जैसा हो जाए और मास्क से आजादी मिल जाए। अब इसी को लेकर सोशल मीडिया पर भी मीम्स बनने शुरु हो गए।
कही लिखा है कि 2021 इस बार दही चीनी खाकर आना तो कही 2020 का कैलेंडर सामने आ रहा है जिसमे लिखा है कि जनवरी, फरवरी, कोरोना, लॉकडाउन, रामायण, महाभारत, सुशांत, रिया, कंगना, आई पी एल, पंचायती राज चुनाव और अब किसान आंदोलन।इस सब को देखने से यही लग रहा है कि अब 2021 का इंतजार सबको है। दुनिया उम्मीद पर टिकी है। अब देखना होगा कि कैसा होगा आने वाला नववर्ष 2021।