काव्या बजाज, संवाददाता
नई दिल्ली। किसान आंदोलन के चलते किसान काफी समय से कृषि कानूनों पर विरोध जता रहे हैं। और उनके साथ साथ विपक्षी दल भी बड़ चढ़ कर इसका समर्थन कर रहे हैं। जिनपर कई बार भाजपा के लोग दंगे और किसानों को भड़काने का आरोप भी लगा चुके हैं। आज संसद में इसपर बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोग पंजाब के सिख भाईयों को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। सिख लोगों ने देश के लिए बहुत कुछ किया जिनपर देश गर्व करता है और आगे भी करता रहेगा। लेकिन उन्हें भड़काने से और गुमराह करने से ना तो उन लोगों का भला होगा और ना ही देश का।
प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी ने कुछ लोगों पर तंज कसते हुए कहा है कि सभी लोग श्रमजीवी और बुद्धीजीवी शब्द से वाकिफ हैं लेकिन इसके बीच में एक शब्द आंदोलनजीवी जुड़ गया है। यह आंदोलनजीवी वह लोग हैं जो हर तरह के आंदोलन में आमतौर पर दिखाई देते रहते हैं। चाहे वह वकीलों का प्रदर्शन हो, मज़दूरों का या आम जनता का। कभी सामने से कभी पीछे से लेकिन हर बार कही ना कही यह लोग मोर्चा संभालते दिख जातें हैं।
लोगों पर तंज कसने के साथ – साथ उन्होंने किसानों को एक बार फिर बातचीत का न्यौता दिया है। उनका कहना है कि आंदोलन में कई बुज़ुर्ग लोग हैं जिनपर ध्यान देते हुए किसानों को आंदोलन खत्म कर देना चाहिए। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंघ तोमर किसानों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं और आंदोलन खत्म करने के बाद भी करेंगे।