दिल्ली।। सरकार की सख्ती के बाद टलीकॉम कंपनियों ने अपने ग्राहकों को अनचाहे कॉल की परेशानी से बचाने के लिए कुछ नियम लागू किए है। इन नियमों के लागू होने से लाखों लोगों को ओटीपी जैसी जरूरी चीजे नहीं मिल पा रही हैं।
आपको बता दें कि दूरसंचार नियामक ट्राई ने अपने कंज्यूमर्स को अनचाही कॉल और फर्जी मैसेज की चपेट में आने से बचाने के लिए टेलीकॉम कंपनियों से ग्राहकों के रजिस्ट्रेशन और मानकीकरण के लिए नए नियमों को लागू करने को कहा था। रविवार को इन नियमों को रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया द्वारा लागू कर दिया गया था। जानकारी के लिए बात दें कि टेलीमार्केटिंग कंपनियों ने मेसेज भेजने के लिए ग्राहकों की मंजूरी को अनिवार्य किए जाने के नए नियमों को देखते हुए ये बदलाव किए थे। इसमें नियामक ने दूरसंचार आपरेटरों से ये सुनिस्चित लगाने को कहा था कि जितने भी प्रोफेशनल मेसेज हो वो सिर्फ रजिस्टर्ड नंबर के जरिये ही हों। jआपको बता दें कि इन नियमों के लागू होने के बाद सोमवार से ही बहुत से ग्राहकों को कई तरह के जरूरी मैसेज हासिल करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।इस पर टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि इस समस्या को जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा।
बता दें कि ट्राई इन नियमों को 2019 से लागू करना चाहता था, लेकिन कुछ परेशानियों के कारण वो इन्हें लागू नहीं करवा पाया। अब इन अनचाहे कॉमर्शियल कॉल के बढ़ते मामलों को देखते हुए, इन नियमों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। हाल ही में सरकार ने भी इस मामले मेंसख्ती बरतनी शुरू कर दी है। ग्राहकों को अनचाहे कॉमर्शियल कॉल या मेसेज भेजने वाली कंपनियों पर जुर्माना लगाने का प्रवधान किया जा रहा है। आने वाले समय में कुछ ऐसे ऐप लाए जाएंगे जिनके जरिए से ग्राहक टेलीकॉम कंपनियों को अनचाहे कॉल, मसेज और धोखाधड़ी की शिकायत कर सके। ऑनलाइन ठगी को रोकने के लिए डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट की भी स्थापना की जाएगी।