तेजस्विनी पटेल, संवाददाता
नई दिल्ली।। हाई ब्लड प्रेशर का दूसरा नाम हाइपरटेंशन है। इसके अलावा इसे ‘साइलेंट किलर’ के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें धमनियों में रक्त का दबाव काफी बढ़ जाता है और दबाव में इस वृद्धि के कारण हृदय को धमनियों में रक्त के प्रवाह को बनाए रखने के लिए सामान्य से अधिक काम करने की आवश्यकता होती है। हाइपरटेंशन के कारण हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।
हाइपरटेंशन के लक्षण –
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, उच्च रक्तचाप में आमतौर पर कोई चेतावनी के संकेत या लक्षण नहीं होते हैं और कई लोगों को पता भी नहीं होता है कि उन्हें यह समस्या है। आपके रक्तचाप को मापने का एकमात्र तरीका यह जानना है कि क्या आपको उच्च रक्तचाप है या नही। हालांकि, विशेषज्ञ कुछ सामान्य लक्षण सुझाते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- सिर दर्द
- सिर चकराना
- नींद न आना
- दिल की धड़कन बढ़ जाना
- सीने में दर्द
- सांस लेने में तकलीफ होना
- आंखों से धुंधला दिखना
हाइपरटेंशन के खतरे –
उच्च रक्तचाप कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। सीडीसी के अनुसार, उच्च रक्तचाप हृदय रोगों (दिल का दौरा, दिल की विफलता और स्ट्रोक) को जन्म दे सकता है। इसके अलावा यह मस्तिष्क और किडनी से संबंधित समस्याओं का कारण भी बन सकता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप डॉक्टर की सलाह लें और अपने आहार में सुधार करें।